आकाश मिसाइल का कामयाब परीक्षण, लक्ष्य को भेदने में पाई कामयाबी
ओडिशा में चांदीपुर एकीकृत परीक्षण रेंज से आकाश-एमके-1ए मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को परीक्षण के सफल रहने की पुष्टि की। सतह से हवा में मार करने में सक्षम इस...
ओडिशा में चांदीपुर एकीकृत परीक्षण रेंज से आकाश-एमके-1ए मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को परीक्षण के सफल रहने की पुष्टि की। सतह से हवा में मार करने में सक्षम इस विमानरोधी मिसाइल की मारक क्षमता 25 किलोमीटर है। यह अपने साथ 60 किलो तक आयुध ले जाने में सक्षम है।
इस मिसाइल का 25 और 27 मई को परीक्षण किया गया। यह परीक्षण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से किया गया। आकाश हथियार प्रणाली में कई तरह की उन्नत तकनीक का समन्वय किया गया है।
आईएएफ ने सुखोई-30 से ब्रह्मोस का दूसरा परीक्षण किया
इससे पहले भारतीय वायुसेना ने बीते 22 मई को सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के एयर-लांच संस्करण का दूसरा परीक्षण किया। इस मिसाल को सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से दागा गया। आईएएफ ने एक बयान में कहा कि मिसाइल ने निर्धारित मार्ग से होते हुए सीधे लक्ष्य को भेद दिया। भारतीय नौसेना के पोत ने एक समुद्री लक्ष्य पर दागी गई मिसाइल पर नजर रखा। सुखोई-30 से ब्रह्मोस का पहला परीक्षण 22 नवंबर, 2017 को किया गया था। ब्रह्मोस का एयर-लांच संस्करण एक 2.5 टन कर क्रूज मिसाइल है, जो 300 किलोमीटर दूरी तक मार कर सकती है।