एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने संभाली भारतीय वायुसेना प्रमुख की जिम्मेदारी
वायु सेना उप प्रमुख एयर मार्शल राकेश कुमार भदौरिया अब भारतीय वायुसेना के नए प्रमुख हो गये हैं। एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने भारतीय एयरफोर्स चीफ की जिम्मेदारी संभाल ली है। एयर मार्शल बीएस...
वायु सेना उप प्रमुख एयर मार्शल राकेश कुमार भदौरिया अब भारतीय वायुसेना के नए प्रमुख हो गये हैं। एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने भारतीय एयरफोर्स चीफ की जिम्मेदारी संभाल ली है। एयर मार्शल बीएस धनोआ आज कार्यमुक्त हो गए। इसके साथ ही एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने भारतीय वायु सेना के प्रमुख के रूप में पदभार संभाला।
केंद्र सरकार ने वायुसेना के नए प्रमुख के नाम का ऐलान किया था। बता दें कि धनोआ आज यानी 30 तारीख को रिटायर हो रहे हैं। भदौरिया ने इसी साल 1 मई को वायुसेना के उपप्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला था। वह वायुसेना के 26वें प्रमुख बने हैं।
Delhi: Air Chief Marshal BS Dhanoa demits office of the Chief of Air Staff on superannuation; Air Marshal Rakesh Kumar Singh Bhadauria takes charge as the Chief of the Indian Air Force. pic.twitter.com/VknFnrbPuB
— ANI (@ANI) September 30, 2019
एयर मार्शल भदौरिया नेशनल डिफेंस एकेडमी के पूर्व छात्र हैं और 15 जून 1980 को उन्हें वायुसेना के फाइटर स्ट्रीम का कमीशन अधिकारी बनाया गया था। ओवर आल मेरिट क्रम में पहला स्थान प्राप्त करने पर उन्हें स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया जा चुका है। भदौरिया के अनुभव की बात करें तो उनके पास 26 प्रकार के लड़ाकू परिवहन विमानों को उड़ाने का कुल 4250 घंटों से अधिक का अनुभव है। वे प्रयोग जांच पायलट और लेविल ए वाले फ्लाइंग इंस्ट्रक्टक और पायलट अटैक इंस्ट्रक्टर भी हैं।
एयर मार्शल भदौरिया हल्के युद्धत विमानों पर प्रारंभिक उड़ान जांचों में प्रारंभिक तौर पर शामिल रह चुके हैं। वे जगुआर स्क्वाड्रन और प्रीमियर एयर फोर्स स्टेशन का कमान, एयरक्राफ्ट और सिस्टम टेस्टिंग स्टेबलिस्टमेंट में फ्लाइट टेस्ट स्क्वाड्रन का कमान अधिकारी, फ्लाइट कोम्बेट एयरक्राफ्ट परियोजना पर आधारित राष्ट्रीय उड़ान परीक्षण केंद्र का प्रमुख जांच पायलट और परियोजना निदेशक का पद पर भी काम कर चुके हैं।
भदौरिया वायु सेना के चुनिंदा पायलटों में, जिन्होंने राफेल उड़ाया
करीब चार दशक की सेवा के दौरान भदौरिया ने जगुआर स्क्वाड्रन और एक प्रमुख वायु सेना स्टेशन का नेतृत्व किया। उन्होंने जीपीएस का इस्तेमाल कर जगुआर विमान से बमबारी करने का तरीका ईजाद किया। यह वर्ष 1999 में 'ऑपरेशन सफेद' सागर में जगुआर विमान की बमबारी में भूमिका से खासतौर से जुड़ा है। वह वायु सेना के उन चुनिंदा पायलटों में से एक हैं जिन्होंने राफेल विमान उड़ाया है। जुलाई में भारत और फ्रांस की वायु सेनाओं के बीच गरुड़ अभ्यास के दौरान भदौरिया ने राफेल विमान उड़ाया था।