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कोझिकोड विमान हादसा: मां को जन्मदिन पर सरप्राइज देना चाहते थे पायलट दीपक साठे, एक दिन पहले हुई थी फोन पर बात

कोझिकोड में शुक्रवार को हादसे का शिकार हुए एयर इंडिया एक्सप्रेस विमान के पायलट दीपक साठे उन 18 लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने इस दुर्घटना में अपनी जिंदगी खो दी। साठे शनिवार को नागरपुर जा कर मां को...

कोझिकोड विमान हादसा: मां को जन्मदिन पर सरप्राइज देना चाहते थे पायलट दीपक साठे, एक दिन पहले हुई थी फोन पर बात
पीटीआई,नई दिल्लीSat, 08 Aug 2020 05:21 PM
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कोझिकोड में शुक्रवार को हादसे का शिकार हुए एयर इंडिया एक्सप्रेस विमान के पायलट दीपक साठे उन 18 लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने इस दुर्घटना में अपनी जिंदगी खो दी। साठे शनिवार को नागरपुर जा कर मां को बर्थडे पर सरप्राइज देना चाहते थे, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। इससे पहले की उनकी मां 84वां बर्थडे सेलिब्रेट कर पातीं घर में मातम पसर गया। 

दीपक के भतीजे डॉ. यशोधन साठे ने शनिवार को बताया, ''आज साठे की मां का जन्मदिन है। वह अपने माता-पिता से मार्च में मिले थे और तब से फोन पर ही लगातार संपर्क में थे। आखिरी बार परसों उनकी फोन पर बात हुई थी। उन्होंने कुछ रिश्तेदारों को बताया था कि यदि फ्लाइट उपलब्ध रही तो वह मां के बर्थडे पर आकर सरप्राइज देंगे।'' 

कैप्टन साठे अपनी पत्नी के साथ मुंबई में रहते थे। उनकी मां नीला साठे अपने पति रिटायर्ड कर्नल वसंत साठे के साथ नागपुर के भरत नगर एरिया में रहती हैं। कोरोना वायरस महामारी के बाद दीपक ने मां को घर से बाहर निकलने से मना किया था। 

आंखों में आंसू लिए नीला साठे कहते हैं, ''महामारी की वजह से वह मुझे घर से निकलने से मना करता था। वह कहता था कि यदि मुझे कुछ हो गया तो उसे बुरा लगेगा। और अचानक यह दुखद घटना हो गई। भगवान की मर्जी के आगे हम क्या कर सकते हैं...।'' 

वह याद करते हुए कहती हैं कि दीपक पढ़ाई से लेकर खेल तक में हमेशा आगे रहते थे। उन्होंने कहा, ''वह टेबल टेनिस, स्कवॉश का अच्छा खिलाड़ी था। वह अच्छी घुड़सवारी भी करता था। उसे सॉर्ड ऑफ ऑनर भी मिला था। लेकिन वह कभी अपनी अपलब्धियों की तारीफ नहीं करता था। वह पहला मराठी था जिसे एयर फोर्स के सभी 8 ईनाम मिले थे। वह बहुत मददगार था और दूसरों के लिए कुछ भी कर सकता था।''

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