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रूस के साथ S-400 पर करार संभव, पाक के चप्पे-चप्पे पर रखी जा सकेगी नजर

भारत ने रूस में बने लंबी दूरी के एस-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने की पूरी तैयारी कर ली है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान इस सौदे की घोषणा हो सकती है। रक्षा...

रूस के साथ S-400 पर करार संभव, पाक के चप्पे-चप्पे पर रखी जा सकेगी नजर
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्ली।Thu, 04 Oct 2018 09:06 AM
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भारत ने रूस में बने लंबी दूरी के एस-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने की पूरी तैयारी कर ली है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान इस सौदे की घोषणा हो सकती है। रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, भारत की सेना की ताकत बढे़गी। साथ ही पाकिस्तान और चीन की ताकत कमजोर होगी। पाक के लड़ाकू विमान, क्रूज मिसाइल और ड्रोन्स को आसानी से मार गिराया जा सकेगा। सिर्फ तीन एस-400 ट्रायम्स से पाकिस्तान के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा सकेगी।

हमारे हवाई सीमा की ऐसे सुरक्षा करेगा-

1. ऊच्च निगरानी क्षमता

एस 400 का शक्तिशाली एईएसए रडार स्कैन हर दिशा में निगरानी कर सकता है

खतरे का पता लगते ही कंप्यूटर बताएगा कि यह मिसाइल, एयरक्रॉफ्ट, क्रूज मिसाइल या ड्रोन है

100 से 300 लक्ष्यों को एस 400 का सिस्टम एक साथ ट्रैक कर सकता है

2. मोबाइल कमांड सेंटर

कमांड पोस्ट में तैनात हथियार परिचालक अपने साथी सैन्य बलों से बातचीत कर सकते हैं

बातचीत के साथ ही खतरों और प्राथमिक लक्ष्यों की निगरानी की जा सकेगी

हालांकि यह सिस्टम स्वायत्त तरीके से चलता है

3.फायर कंट्रोल रडार

एक बार लक्ष्य निर्धारित होने पर कमांड सेंटर फायर कंट्रोल रडार को मिसाइल लांच करने का आदेश दे सकता है।

4. लांचर

बटालियन लांच व्हीकल को सबसे अच्छा डाटा भेजा जाएगा। इसके बाद व्हीकल से दो जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल लांच की जाएगी।

यह है खासियत

30 किलोमीटर की ऊंचाई पर 36 लक्ष्यों पर एक साथ निशाना लगा सकती है

ढाई गुना ज्यादा तेज है मिसाइल दागने की क्षमता नए एस-400 ट्रायम्फ में

उपकरण

8 लांचर होते हैं प्रत्येक एस-400 मिसाइल में

2 रडार, एक कमांड सेंटर होतें है मिसाइल में

72 मिसाइल तक होते हैं मस्ट में मिसाइल के

क्षमता

600 किलोमीटर है एस-400 ट्रायम्फ की निगरानी क्षमता

400 किलोमीटर तक मिसाइल को मार गिराने की क्षमता

लक्ष्य

दुश्मन के लड़ाकू विमान, क्रूज मिसाइल और ड्रोन्स को नष्ट करता है

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रफ्तार

17000 किलोमीटर/घंटे है इस मिसाइल की रफ्तार

वर्तमान में मौजूद किसी भी विमान से यह ज्यादा है

प्रतिक्रिया काल

5 मिनट में मिसाइल की फायरिंग को यह रोक सकता है

सबसे प्रभावी एयर डिफेंस सिस्टम

इसमें स्टैंड-ऑफ जैमर एयरक्राफ्ट, एयरबोर्न वॉर्निंग और कंट्रोल सिस्टम एयरक्राफ्ट है

एस-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम रोड मोबाइल की तरह है

5-10 मिनट में तैनात किया जा सकता है इस आदेश मिलते ही

आधुनिक तकनीक से लैस-

एस-400 में वर्टिकल लांचिंग सिस्टम होता है

इसे नेवी के मोबाइल प्लेटफॉर्म से दागा जा सकता है

इसमें सिंगल स्टेज एसएएम है जिसका अनुमानित रेंज 150 किलोमीटर है

भारत को आधुनिक एस-400 मिलेगा जिसमें उच्चस्तरीय एसएएम और 40N6E हैं

पश्चिमी देशों से बेहतर-

एस-400 ट्रायम्फ की यही सारी खूबियां पश्चिम में बने उच्चस्तरीय डिफेंस सिस्टम, जैसे- टर्मिनल हाई एल्टिट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम (टीएचएएडी) और एमआईएम-104 से अलग बनाती हैं।

 

भारत के पास मिसाइल डिफेंस-

छोटी दूरी की स्पाइडर

क्षमता : 15 किलोमीटर

उत्पत्ति : इजरायल

भूमिका : तेजी से चलने वाली बख्तरबंद गाड़ियों और सुरक्षा टुकड़ियों को कवर प्रदान करना

रफ्तार : 4939 किलोमीटर/घंटा

आर्डर : 1800 मिसाइल

आकाश

क्षमता : 25 किलोमीटर

उत्पत्ति : भारत, डीआरडीओ

भूमिका : हथियारों के भंडार और सैन्य टुकड़ियों की सुरक्षा

रफ्तार : 3704 किलोमीटर/घंटा

आर्डर : 3000 मिसाइल

मध्यम दूरी की बराक-8

क्षमता : 70 से 90 किलोमीटर

उत्पत्ति : इजरायल-भारत, डीआरडीओ

भूमिका : एयरक्रॉफ्ट और मिसाइल से सुरक्षा प्रदान करना

रफ्तार : 4939 किलोमीटर/घंटा

आर्डर : मिसाइल बनने की प्रक्रिया में है

लंबी दूरी की एस-400 टायम्फ

उत्पत्ति : रूस

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