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कोरोना वायरस से लेकर बैंक अकाउंट तक, पढ़ें पीएम मोदी के UN संबोधन की 10 खास बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई को जन आंदोलन बनाने के सरकार के प्रयासों को रेखांकित करते हुए शुक्रवार (17 जुलाई) को कहा कि भारत की मूलभूत स्वास्थ्य प्रणाली से देश को...

कोरोना वायरस से लेकर बैंक अकाउंट तक, पढ़ें पीएम मोदी के UN संबोधन की 10 खास बातें
लाइव हिंदुस्तान टीम,नई दिल्लीSat, 18 Jul 2020 02:34 AM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई को जन आंदोलन बनाने के सरकार के प्रयासों को रेखांकित करते हुए शुक्रवार (17 जुलाई) को कहा कि भारत की मूलभूत स्वास्थ्य प्रणाली से देश को दुनिया के उन राष्ट्रों में शामिल करने में मदद मिली है जो संक्रमितों के सही होने की दर के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ हैं। भारत को पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य चुने जाने के बाद संयुक्त राष्ट्र में अपने पहले संबोधन में मोदी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण सभी देशों के लचीलेपन की गहराई से परख हुई है।

उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ईसीओएसओसी) के उच्चस्तरीय सत्र में डिजिटल संबोधन में कहा, ''भारत में हमने महामारी के खिलाफ लड़ाई को सरकार तथा समाज के प्रयासों को मिलाकर जन आंदोलन बनाने की कोशिश की।" मोदी ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में देश की मूलभूत स्वास्थ्य प्रणाली देश को संक्रमित रोगियों के सही होने की सर्वश्रेष्ठ दर वाले दुनिया के राष्ट्रों में शामिल करने में मदद कर रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने गरीब परिवारों को लाभ पहुंचाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और 300 अरब डॉलर से अधिक के पैकेज की घोषणा की है। मोदी ने कहा कि इससे अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटेगी, आधुनिक बुनियादी संरचना का निर्माण होगा और तकनीक संचालित प्रणाली तैयार होगी। उन्होंने 'कोविड-19 के बाद बहुपक्षवाद: 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हमें किस तरह के संयुक्त राष्ट्र की जरूरत' विषयक सत्र को संबोधित करते हुए कहा, ''हमने एक 'आत्मनिर्भर' भारत की सोच को रखा है जो वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ समेकित हो।"

PM मोदी के संबोधन की 10 खास बातें

1. संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ आज की दुनिया में इसकी भूमिका और महत्ता के आकलन का अवसर है।

2. कोविड के खिलाफ हमारी संयुक्त लड़ाई में भारत ने 150 से अधिक देशों की सहायता की है। महामारी ने सभी देशों के धैर्य की कठिन परीक्षा ली। भारत में हमने महामारी के खिलाफ लड़ाई को जन आंदोलन बनाने का प्रयास किया।

3. कोविड के खिलाफ लड़ाई में हमारे जमीनी स्तर की स्वास्थ्य प्रणाली भारत को दुनिया में इस संक्रमण से उबरने की सबसे बेहतर दर सुनिश्चित में मदद कर रही है।

4. हमारा उद्देश्य 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास का है। यह एसडीजी के किसी के पीछे नहीं रह जाने के उद्देश्य के अनुरूप है। चाहे पोषण हो, स्वास्थ्य शिक्षा हो, बिजली हो या आवास हो।

5. पिछले छह साल में सरकार ने ऐसे लोगों के लिए 40 करोड़ बैंक खाते खोले हैं जिनके पहले बैंकों में खाते नहीं थे। इनमें 22 करोड़ खाते महिलाओं के हैं।

6. भारत का दृढ़ मत है कि स्थायी शांति और समृद्धि को बहुपक्षीय माध्यम से ही प्राप्त किया जा सकता है।

7. शुरुआत से ही भारत ने संयुक्त राष्ट्र के विकास कार्यों और ECOSOC का सक्रिय समर्थन किया है। ECOSOC के पहले अध्यक्ष एक
भारतीय ही थे। ECOSOC के एजेंडा को आकार देने में भारत ने भी योगदान दिया।

8. हमारे 600,000 गांवों में पूर्ण स्वच्छता प्राप्त करके हमने पिछले साल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई।

9. जब भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में अपने 75साल पूरे करेगा तब हमारा 'हाउसिंग फॉर ऑल' कार्यक्रम 2022 तक प्रत्येक भारतीय के
सिर पर एक सुरक्षित छत सुनिश्चित करेगा।

10. चाहे भूकंप, चक्रवात, इबोला संकट या कोई अन्य प्राकृतिक या मानव निर्मित संकट हो, भारत ने तेजी और एकजुटता के साथ जवाब दिया है। कोरोना के खिलाफ हमारी संयुक्त लड़ाई में हमने 150 से अधिक देशों में चिकित्सा और अन्य सहायता उपलब्ध करवाई है।

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