काउंसलर एक्सेस के बाद भारत ने कहा, पाकिस्तान के झूठ बताने को भारी दबाव में थे कुलभूषण
पाकिस्तान की सैन्य अदालत की तरफ से फांसी की सजा पाए भारतीय नागरिक और पूर्व नेवी ऑफिसर कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) को उनकी गिरफ्तारी के तीन साल बाद सोमवार को काउंसलर एक्सेस दी गई।...
पाकिस्तान की सैन्य अदालत की तरफ से फांसी की सजा पाए भारतीय नागरिक और पूर्व नेवी ऑफिसर कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) को उनकी गिरफ्तारी के तीन साल बाद सोमवार को काउंसलर एक्सेस दी गई। पाकिस्तान में तैनात भारतीय डिप्टी हाई कमिश्नर गौरव अहलूवालिया ने उनसे मुलाकात की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मुलाकात करीब एक घंटे तक चली।
कुलभूषण जाधव की गिरफ्तारी के करीब तीन साल बाद सोमवार को पाकिस्तान की तरफ से दी गई काउंसलर एक्सेस दी गई। काउंसलर एक्सेस के बाद विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली में कहा कि ऐसा लगा रहा था कि कुलभूषण जाधव काफी दबाव में थे ताकि वे पाकिस्तान के झूठ को बता सके।
ये भी पढ़ें: पाक के भारी दबाव में थे कुलभूषण,रिपोर्ट के बाद अगले कदम पर विचार- भारत
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने काउंसलर एक्सेस को लेकर मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि नई दिल्ली जाधव को काउंसल एक्सेस में व्यापक रिपोर्ट का इंतजार कर रही थी। लेकिन, यह साफ था कि जाधव पाकिस्तान के झूठ को बोलने के लिए जाधव भारी दबाव थे।
ये भी पढ़ें: कुलभूषण को तत्काल, प्रभावी और अबाधित काउंसलर एक्सेस दे पाक: भारत
इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) की तरफ से पाकिस्तान को काउंसलर एक्सेस देने के दिए आदेस के दो महीने बाद जाधव के साथ राजनयिक की यह मुलाकात हुई है। आईसीजे ने माना था कि जाधव का काउंसलर एक्सेस न देकर पाकिस्तान ने विएना कन्वेंशन ऑन काउंसर एक्सेस का उल्लंघन किया है।
विदेश मंत्रालय ने आगे कहा- हमारे डिप्टी हाई कमिश्नर की तरफ से विस्तृत रिपोर्ट मिलने के बाद हम अगले कदमों पर विचार करेंगे और आईसीजे के आदेश के अनुरुप सीमा का निर्धारण करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार जाधव को जल्द से जल्द न्याय दिलाने और उनकी सुरक्षित भारत वापसी को लेकर प्रतिबद्ध।
विदेश मंत्रालय ने आज राजनयिक से हुई मुलाकात के बारे में कुलभूषण जाधव की मां से बात कर उन्हें भी बताया गया।
ये भी पढ़ें: कुलभूषण से मिले डिप्टी हाई कमिश्नर, पाक विदेश मंत्रालय में हुई मुलाकात