मलयालम कवि अक्कीथम को 55वां ज्ञानपीठ पुरस्कार
मलयालम के प्रमुख कवि अक्कीथम को 55वें ज्ञानपीठ पुरस्कार के लिए चुना गया है। ज्ञानपीठ चयन बोर्ड ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की। बोर्ड ने बयान जारी कर कहा, ''ज्ञानपीठ चयन बोर्ड ने एक बैठक में...

मलयालम के प्रमुख कवि अक्कीथम को 55वें ज्ञानपीठ पुरस्कार के लिए चुना गया है। ज्ञानपीठ चयन बोर्ड ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की।
बोर्ड ने बयान जारी कर कहा, ''ज्ञानपीठ चयन बोर्ड ने एक बैठक में आज 55 वें ज्ञानपीठ पुरस्कार 2019 के लिए मलयालम के प्रसिद्ध भारतीय कवि अक्कीथम को चुना है।
अक्कीथम का नाम मलयालम कविता जगत में आदर के साथ लिया जाता है। उनका जन्म 1926 में हुआ था और पूरा नाम अक्कीथम अच्युतन नम्बूदिरी है और वह अक्कीथम के नाम से लोकप्रिय हैं।
उन्होंने 55 पुस्तकें लिखी हैं जिनमें से 45 कविता संग्रह है। पद्म पुरस्कार से सम्मानित अक्कीथम को सहित्य अकादमी पुरस्कार, केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार (दो बार) मातृभूमि पुरस्कार, वायलर पुरस्कार और कबीर सम्मान से भी नवाजा जा चुका है।
अक्कीथम अभी तक 55 किताबें लिख चुके हैं जिनमें 45 कविता संग्रह हैं । इनमें से कुछ चर्चित किताबे- "खंड काव्य", "कथा काव्य", "चारित्र काव्य" और गीत। उनकी कुछ प्रसिद्ध कृतियों में "वीरवदाम", "बालिदर्शनम", "निमिषा क्षेठ्राम", "अमृता खटिका", "अक्खितम कविताखका", "महाकाव्य ऑफ ट्वेंटीथ सेंचुरी" और "अंतिमहकलम" शामिल हैं।