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खुलासाः ..तो क्या इसलिए भीड़ ने किया था डीसीपी अयूब पंडित पर हमला, एसपी का ट्रांसफर, 5 गिरफ्तार

जम्मू कश्मीर में डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने के एक दिन बाद कई नई खुलासे हुए हैं। मीडिया में चल रही खबरों की मानें तो अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक के...

अयूब पंडित मामले में उत्तरी श्रीनगर के एसपी का तबादला, 5 गिरफ्तार
1/ 2अयूब पंडित मामले में उत्तरी श्रीनगर के एसपी का तबादला, 5 गिरफ्तार
अयूब पंडित के परिवार का एक सदस्य
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लाइव हिन्दुस्तान टीम,श्रीनगरSat, 24 Jun 2017 01:38 PM
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जम्मू कश्मीर में डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने के एक दिन बाद कई नई खुलासे हुए हैं। मीडिया में चल रही खबरों की मानें तो अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक के मस्जिद के अंदर ही मौजूद थे और बाहर मौजूद भीड़ ने पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने शुरू कर दिए। डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित इस घटना का वीडियो बना रहे थे। तभी कुछ लोगों ने उन्हें खुफिया एजेंसियों का एजेंट समझा और फिर हमला कर दिया। यह घटना गुरुवार देर रात की है। डीएसपी का शव शुक्रवार को बरामद हुआ। 

मस्जिद की सुरक्षा में थी तैनाती

बताया जा रहा है कि डीएसपी मोहम्मद अयूब जामिया मसजिद के पास तैनात थे। उसी समय कुछ उपद्रवी उनके पास पहुंचे और मारपीट शुरू कर दी। डीएसपी ने अपनी आत्मरक्षा के लिए सर्विस पिस्टल से तीन बार फायरिंग की, जिसमें तीन उपद्रवी घायल हो गये। इसके बाद वहां भीड़ जमा हो गयी और उपद्रवियों के साथ मिल कर डीएसपी को पीटने लगी।  अपने सीनियर के साथ मारपीट होते देख वहां मौजूद पुलिसकर्मी भाग खड़े हुए। भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने उनकी वर्दी उतारी और पत्थर मारे जिससे उनकी मौत हो गयी। बहुत देर तक डीएसपी का शव इलाके में पड़ा रहा. एक अधिकारी ने कहा कि अयूब मीर वाइज की सुरक्षा में तैनात थे। मस्जिद के अंदर भाषण चल रहा था। अयूब वहीं से निकली भीड़ का निशाना बने। 

एसपी का तबादला

दिवंगत पुलिस अधिकारी की मौत के मामले में एक वरिष्ठ अधिकारी का तबादला कर दिया गया। उनके ही क्षेत्र में यह घटना हुई है। देर रात जारी आदेश में,  पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एस पी वैद ने उत्तर श्रीनगर के पुलिस अधीक्षक सज्जाद खालिक भट के तबादले का आदेश दिए। गुरूवार की रात को नौहट्टा में पीट—पीट हत्या करने की घटना हुई थी जो उत्तर कश्मीर के पुलिस अधीक्षक के अधिकार क्षेत्र में आता है। वही इस मामले में आज तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में अब तक 5 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं इसकी जांच के सिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। 

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हटाए गए एसपी भट अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी हैं। उन्हें पुलिस मुख्यालय में रिपोर्ट करने को कहा गया है। आदेश के मुताबिक, श्रीनगर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सज्जाद अहमद शाह उत्तर कश्मीर के एसपी के कामकाज को देखेंगे। अयूब पंडित को गुरुवार रात की जामा मस्जिद के बाहर भीड़ ने निवस्त्र करके उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी थी, जिससे समूचे कश्मीर में रोष उत्पन्न हुआ और सभी तबकों ने इसकी निंदा की।

श्रीनगर में यासीन मलिक गिरफ्तार

जम्मू एवं कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख यासीन मलिक को शनिवार को  पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जेकेएलएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि मलिक को मैसुमा इलाके में स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया। मलिक एक वर्ष से ज्यादा समय से हुर्रियत नेताओं सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारुक के साथ मिलकर कश्मीर घाटी में अलगाववादी प्रतिरोध का नेतृत्व कर रहे हैं। 

मीरवाइज की मौजूदगी की होगी जांच : डीजीपी
डीएसपी मोहम्मद अयूब की मौत के बाद जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने कहा कि जब भीड़ ने उन्हें पीटना शुरू किया, तब अपने बचाव में उन्होंने दो-तीन फायर किये जिसमें कुछ लोग घायल हुए. उन्होंने कहा कि इस बात की भी जांच होगी कि क्या वहां पर अलगाववादी नेता मीरवाइज़ मौजूद थे या नहीं। वैद्य ने कहा कि अयूब जामिया मस्जिद के इंचार्ज थे, और उस समय वहां पर अकेले थे। 

पुलिस के सब्र का इम्तिहान नहीं लें, वरना पुराना दौर लौट सकता है- सीएम

जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि इससे (पुलिस अधिकारी की हत्या) शर्मनाक क्या हो सकता है। मैं यह कहना चाहती हूं कि जम्मू कश्मीर पुलिस देश में सबसे बेहतरीन पुलिस बल में से एक है लेकिन वह अधिकतम संयम दिखा रही रही है क्योंकि उसे लगता है कि जम्मू कश्मीर में वे अपने लोगों से निपट रहे हैं।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि परंतु, कितने समय तक्र जिस दिन उनका सब्र खत्म हो गया उस दिन मुझे लगता है कि चीजें मुश्किल हो जाएंगी। अगर उनके सब्र का बांध टूट गया तो खुदा ना करे कि ऐसा समय जाए जब लोगों को सड़क पर पुलिस की जिप्सी देखकर भागना पड़े।  मैं लोगों से अपील करती हूं कि अब भी समय है और हमें समझना चाहिए। पुलिस बल हमारा अपना बल है, वे हमारे बच्चे हैं और उनके साथ इस तरह का व्यवहार शर्मनाक है। 


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