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भदौरिया को राफेल सहित 26 तरह के विमान उड़ाने का अनुभव, जानें कैसा रहा अब तक का करियर

वायुसेना प्रमुख नियुक्त किए गए राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने फ्रांस के साथ ‘राफेल’ सौदे को अंतिम रूप देने में अहम भूमिका निभाई थी। वे उन शीर्ष अधिकारियों में भी शामिल हैं, जिन्हें फ्रांस...

भदौरिया को राफेल सहित 26 तरह के विमान उड़ाने का अनुभव, जानें कैसा रहा अब तक का करियर
एजेंसी,नई दिल्ली Fri, 20 Sep 2019 07:56 AM
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वायुसेना प्रमुख नियुक्त किए गए राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने फ्रांस के साथ ‘राफेल’ सौदे को अंतिम रूप देने में अहम भूमिका निभाई थी। वे उन शीर्ष अधिकारियों में भी शामिल हैं, जिन्हें फ्रांस जाकर ‘राफेल’ उड़ाने का मौका मिल चुका है।

पांच अधिकारी दौड़ में थे : वायुसेना प्रमुख पद के लिए पांच वरिष्ठ अधिकारियों के नाम की चर्चा थी। इनमें भदौरिया के अलावा दक्षिणी वायु कमान के प्रमुख एयर मार्शल बी सुरेश, पश्चिमी कमान के प्रमुख आर नांबियार, दक्षिण-पश्चिमी कमान के प्रमुख एचएस अरोड़ा और मध्य कमान के प्रमुख एयर मार्शल राजेश कुमार शामिल हैं। सेवानिवृत्ति से ठीक पहले किसी एयर मार्शल को वायुसेना प्रमुख बनाने का यह दूसरा मामला है। 31 जुलाई 1991 को जब तत्कालीन वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एसके मेहरा सेवानिवृत्त हुए थे तो एयर मार्शल एनसी सूरी को वायुसेना की कमान सौंपी गई।

26वें वायुसेना अध्यक्ष
* पुणे की राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में प्रशिक्षित हैं
* बांग्लादेश के कमांड एंड स्टाफ कॉलेज से रक्षा अध्ययन में परास्नातक

चार दशक लंबा करियर
* 1980 में वायुसेना के लड़ाकू दस्ते में शामिल हुए
* 4250 घंटे से अधिक विमान उड़ाने का अनुभव
* 26 तरह के लड़ाकू और परिवहन विमान उड़ाए

प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित
* 39 साल से अधिक लंबे करियर में भदौरिया को 2002 में वायुसेना मेडल (वीएम), 2013 में अति विशिष्ट सेवा मेडल (एवीएसएम) और 2018 में परम विशिष्ट सेवा मेडल (पीवीएसएम) से नवाजा जा चुका है।

कई अहम पद संभाले
* मार्च 2017 से जुलाई 2018 तक दक्षिणी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ पद पर रहे।
* अगस्त 2018 में वायुसेना की प्रशिक्षण कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ का पदभार संभाला।
* मई 2019 में एयर मार्शल अनिल खोसला के सेवानिवृत्त होने पर वायुसेना के उपाध्यक्ष पद पर काबिज हुए।

‘तेजस’ परियोजना के निदेशक
* ए श्रेणी के उड़ान प्रशिक्षक, अग्रिम मोर्चे पर तैनात दक्षिण-पश्चिमी कमान के जगुआर दस्ते की कमान संभाली।
* राष्ट्रीय उड़ान परीक्षण केंद्र में ‘तेजस’ परियोजना के निदेशक, चीफ टेस्ट पायलट पद पर सेवाएं दे चुके हैं।
* जनवरी 2016 से फरवरी 2017 तक वायुसेना के डिप्टी प्रमुख रहे, विमान प्रशिक्षण दस्ते का नेतृत्व किया।
* जनवरी 2019 में एड-डि-कैंप (युद्धभूमि में राष्ट्राध्यक्ष के सहायक की पदवी) की मानद उपाधि से नवाजे गए थे। 

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