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खुलासा: भारत में रहने के लिए झूठी कहानी गढ़ रहा गिरफ्तार पाकिस्तानी!

दिल्ली के इंदिरा गांधी इनटरनेशनल एयरपोर्ट से शुक्रवार को पुलिस ने एक पाकिस्तानी नागरिखुलासा: भारत में रहने के लिए झूठी कहानी गढ़ रहा गिरफ्तार पाकिस्तानी!। इस पाकिस्तानी नागरिक ने खुद को आईएसआई एजेंट...

खुलासा: भारत में रहने के लिए झूठी कहानी गढ़ रहा गिरफ्तार पाकिस्तानी!
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSun, 30 Apr 2017 10:32 AM
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दिल्ली के इंदिरा गांधी इनटरनेशनल एयरपोर्ट से शुक्रवार को पुलिस ने एक पाकिस्तानी नागरिखुलासा: भारत में रहने के लिए झूठी कहानी गढ़ रहा गिरफ्तार पाकिस्तानी!। इस पाकिस्तानी नागरिक ने खुद को आईएसआई एजेंट बताया था और राजनीतिक शरण की मांग की थी। शनिवार को सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह शख्स पर्सनालिटी डिसऑर्डर (व्यक्तित्व विकार) का पीड़ित हो सकता है। 

शुक्रवार को 38 वर्षीय पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद अहमद ने दिल्ली एयरपोर्ट के सहायता केंद्र पर पहुंचा और काउंटर पर एक महिला से कहा कि वह पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई के बारे में सूचना साझा करना चाहता है। उसके बयान पर महिला ने तुरंत सुरक्षा अधिकारियों को सूचित किया जिसके बाद उन्हें तुरंत हिरासत में ले लिया और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को इस बारे में जानकारी दी।

केंद्रीय खुफिया एजेंसी के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया कि मोहम्मद अहमद से अभी तक की पूछताछ में कुछ पर्याप्त जानकारी नहीं मिली है। पहली नजर में यह मामला व्यक्तित्व विकार का लगता है। 

मोहम्मद अहमद दुबई से यहां एयर इंडिया के विमान से पहुंचा था और यहां से उसे काठमांडू जाना था। बहरहाल उसने अगली उड़ान छोड़ दी और हवाई अड्डे के सहायता केंद्र पर पहुंचा। अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ के दौरान रफीक ने कहा कि वह आईएसआई से जुड़ा हुआ है लेकिन अब वह यह काम छोड़कर भारत में रहना चाहता है। 

भारतीय अधिकारियों ने दूसरे दिन शनिवार को भी मोहम्मद अहमद से पूछताछ की। इतना ही नहीं मोहम्मद की पहचान और दावे की जांच के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने दुबई से भी उसकी जानकारी हासिल की। वहीं कई खुफिया एजेंसियों से भी उसके बारे में जानकारी जुटा रही है।  

सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के समक्ष अब यह सवाल खड़ा हो गया है कि अगर कोई जासूस खुद भारतीय इमिग्रेशन सेंटर काउंटर आता है तो इस मामले को किस तरह से संभाला जाए? 

मोहम्मद अभी आई की कस्टडी पर है और एजेंसी के सेफ हाउस में उससे रॉ पूछताछ कर रही है। घरेलू खुफिया मामलों की जांच का जिम्मा आईबी के पास होता है और वह संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के साथ जानकारी साझा करती है। लेकिन इस मामले में मोहम्मद ने भारत का कोई कानून नहीं तोड़ा है। उसके पास भारत आने के लिए वैध वीजा था और उसे इमिग्रेशन सेंटर से गिरफ्तार किया गया है। वह किसी अपराध के लिए भारत में वाटेंड भी नहीं है। 

आईबी के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया है कि यह पहली बार हुआ है कि किसी पाकिस्तानी नागरिक ने यह दावा किया हो कि वह आईएसआईएस का एजेंट है। वहीं दूसरे देशों में भारतीय मिशन के दौरान ऐसा जरूर हुआ है। 

पाकिस्तानी डेस्क देखने वाले रॉ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि आमतौर पर जासूसी दुनिया में हम उस शख्स उपयोगिता देखते हैं और एक बार उसकी जरूरत पूरी हो जाती है तो उसे एक नई पहचान, नागरिकता और सुरक्षा दी जाती है। 

इस मामले में यह शर्त लागू नहीं होती है। इस मामले में सरकार के पास दो विकल्प मौजूद हैं या तो इसे दुबई वापस भेज दिया जाए या फिर पाकिस्तान हाईकमिशन को इस मामले की सूचना दी जाए ताकि दिल्ली में उसे कॉन्सलर एक्सिस मिल सके।

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