मूर्तियां हटवाईं अच्छा काम किया; बहस के बीच संसद में रविशंकर प्रसाद ने कर दी कांग्रेस की तारीफ
- Ravi Shankar Prasad: भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने संसद में कांग्रेस की तारीफ की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में किंग एडवर्ड और क्वीन विक्टोरिया की मूर्तियां थीं, आपने उन्हें हटवाकर अच्छा काम किया। आपने हटवाया क्योंकि आपको पता था कि यह हमारी विरासत नहीं है। लेकिन फिर आप वोट बैंक की राजनीति में फंस गए।
लोकसभा में संविधान के 'गौरवशाली 75 वर्ष की यात्रा' पर जारी बहस के बीच भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पार्टी की तरीफ की। प्रसाद ने कहा कि आजादी के समय पर पूरी दिल्ली में किंग एडवर्ड की मूर्तियां थी.. क्वीन विक्टोरिया की मूर्तियां थी.. देश के सारे राजभवनों के सामने लॉर्ड इरविन और लॉर्ड होर्डिंग की मूर्तियां थीं.. आपने उन्हें हटवा दिया.. आपने अच्छा किया। आपने यह किया क्योंकि आपको भी पता था कि यह हमारी विरासत नहीं है। यह गुलामी का प्रतीक था।
प्रसाद ने कहा कि आपने उन मूर्तियों को हटा दिया। बहुत अच्छा काम किया। लेकिन आपकी यह सोच राम जन्म भूमि, कृष्ण जन्म भूमि और काशी विश्वनाथ के बारे में क्यों नहीं दिखाई दी। उन्होंने कहा कि आपने यह नहीं किया क्योंकि आप वोट बैंक की राजनीति में फंस गए। आप ऐसे फंसे कि आप आज बिखर गए हैं। प्रसाद ने कहा कि आपकी वोट बैंक की राजनीति का नतीजा देखिए कि आज आप कहां हैं और आज हम कहां हैं।
भाजपा सांसद ने कहा कि आज हम सत्ता में हैं क्योंकि देश की जनता ने हमारे विचारों को स्वीकारा है। देश की जनता ने तय कर लिया है कि यह देश राष्ट्रवाद के विचारों से चलेगा। देश के प्रति समर्पण से भी चलेगा और विकास से भी चलेगा।
इससे पहले भाजपा सांसद ने संविधान की मौलिक कॉपी को दिखाते हुए उसमें भगवान की तस्वीरों का भी जिक्र किया। कॉपी में प्रभु श्री राम, भगवान बुद्ध, महावीर, कृष्ण, नटराज, गुरुगोविंद सिंह और हनुमान जी की तस्वीर को दिखाते हुए प्रसाद ने कहा कि हमारे संविधान निर्माता यह जानते थे कि हमारी विरासत क्या है। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान निर्मातों ने इस संविधान के जरिए ही यह दिखा दिया था कि हमारी विरासत यह है न कि बाबर और औरंगजेब। प्रसाद ने संविधान पर किए गए हस्ताक्षर की कॉपी दिखाते हुए कहा कि इसको सभी ने स्वीकार किया था। इस पर संविधान सभा के सभी लोगों के हस्ताक्षर मौजूद हैं।
कांग्रेस पर तंज कसते हुए प्रसाद ने कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं को यह बात पता थी। लेकिन आज अगर यह संविधान बनाया जा रहा होता। तो कांग्रेस पार्टी इन तस्वीरों को लेकर कितना हंगामा करती।