तेलंगाना में बारिश ने दिखाया अपना रौद्र रूप, 100 से ज्यादा गांव डूबे, कई ट्रेनें रद्द
- तेलंगाना में बारिश अपना विकराल रूप दिखा रही है। महाबुवाबाद जिलें में एक बाप-बेटी कार के साथ पानी में बह गए, जिसमें बेटी की मौत हो गई है और पिता अभी तक लापता है।
तेलंगाना में भारी बारिश ने जन जीवन को अस्त-व्यस्त करके रखा है। रविवार को भी तेलंगाना में बारिश ने अपना रौद्र रूप दिखाना जारी रखा, जिससे भयंकर बाढ़ और जलभराव की समस्या हुई। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश दोनों ही राज्य पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश से जूझ रहे हैं, जिससे नदियां उफान पर हैं, इसके कारण हैदराबाद और विजयवाड़ा जैसे प्रमुख शहरों सहित कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए.रेवंत रेड्डी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए मंत्रियों के साथ आपात बैठक की। रेड्डी ने बारिश प्रभावित इलाकों की स्थिति जायजा लिया।
केंद्रीय मंत्री बंदी संजय कुमार ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि गृहमंत्री अमित शाह जी को तेलंगाना के खम्मम में बारिश के कारण बनी गंभीर स्थिति के बारे में जानकारी दी और जिले के 110 गांवों में जलभराव हो गया है। करीब 9 लोग प्रकाश नगर पहाड़ी पर फंसे हुए हैं तो वहीं 68 लोग पलेयर निर्वाचन क्षेत्र में अजमीरा थांडा पहाड़ी पर फंसे हुए हैं। जबकि 42 लोग अलग-अलग इमारतों में फंसे हुए हैं। केंद्र सरकार की तरफ से इसके जवाब में राहत एव बचाव कार्यों के लिये एनडीआरएफ की नौ टीमों को तेलंगाना भेजा गया है।
संजय कुमार ने बताया कि चेन्नई, विशाखापट्टनम और असम से आई यह टीमें गृहमंत्री अमित शाह के आदेश के बाद पहले से ही अपने कामों में जुटी हुई हैं।
इससे पहले मौसम विभाग ने तेलंगाना के आदिलाबाद, निर्मल, निजामाबाद समेत कहीब एक दर्जन क्षेत्रों में रविवार और सोमवार को दिन भर भारी बारिश की संभावना जताई है। विभाग ने इन इलाकों में बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। दक्षिण मध्य रेलवे की तरफ से जारी एक प्रेस नोट में कहा गया है कि भारी बारिश के कारण कई जगहों पर रेल की पटरियों पर जल भराव हो गया है, जिसके कारण कई ट्रेने या तो रद्द कर दी गई हैं और कुछ ट्रेनों के मार्ग में भी परिवर्तन किया गया है। तेलंगाना में भारी बारिश के कारण लगभग सभी छोटी-बड़ी नदियां उफान पर हैं जिससे कारण सड़क मार्ग भी काफी हद तक प्रभावित हुआ है। इसके कारण कई सौ गावों से सड़क संपर्क बाधित हो गया है।
मुख्यमंत्री रेड्डी ने लोगों से अपील की है कि जब तक कोई आपातकालीन स्थिति न हो तो वे अपने घरों से बाहर न निकलें। निचले इलाकों में रहने वाले नागरिकों को अधिक सतर्क रहने और आपातकालीन स्थिति या किसी सहायता की आवश्यकता होने पर अधिकारियों को फोन पर सूचित करने की सलाह दी गई है। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और विधानपरिषद के सदस्यों को अपने-अपने क्षेत्रों में राहत-बचाव अभियान संचालित करने का निर्देश दिया है।
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