Hindi NewsIndia NewsPt Nehru led unilateral ceasefire created PoK said union minister Jitendra Singh
नेहरू की एक ‘गलती’ और पैदा हो गया PoK, जितेंद्र सिंह ने बताई 1947 की घटना

नेहरू की एक ‘गलती’ और पैदा हो गया PoK, जितेंद्र सिंह ने बताई 1947 की घटना

संक्षेप: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि अगर 1947 में पंडित नेहरू ने पाकिस्तान के खिलाफ एकतरफा सीजफायर का ऐलान ना किया होता तो जम्मू-कश्मीर का इतिहास कुछ और होता और पीओके का जन्म ही ना होता।

Fri, 17 Oct 2025 09:53 AMAnkit Ojha लाइव हिन्दुस्तान
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चीन के कथित अतिक्रमण और पीओके को लेकर बीजेपी अकसर पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की नीतियों को जिम्मेदार ठहराती रहती है। बीजेपी ने एक बार फिर पीओके को लेकर कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 1947 में पाकिस्तान के खिलाफ एक तरफा सीजफायर का ऐलान ना किया होता तो PoK का जन्म ही ना होता। उन्होंने कहा कि अगर तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के हाथ में होता तो जम्मू-कश्मीर में यह स्थिति कभी ना बनती।

जितेंद्र सिंह ने कहा, अन्य रियासतों की तरह अगर तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने सरदार वल्लभभाई पटेल को छूट दी होती तो पीओके का जन्म ही ना होता और भारत व जम्मू-कश्मीर का इतिहास कुछ और ही होता। बता दें कि सरदार पटेल की 150वीं जयंती के मौके पर गुरुवार को एकता यात्रा को हरी झंडी दिखाते हुए उन्होंने यह बात कही।

सिंह ने कहा कि सरदार पटेल ने संघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ मिलकर 560 रियासतों को एकत्रित कर दिया और भारत राष्ट्र का हिस्सा बना दिया। उन्होंने कहा, सरदार पटेल ने ट्राइबल रेड के दौरान श्रीनगर तक वायुसेना भेज दी थी। बता दें कि अक्टूबर 1947 में पाकिस्तान ने आदिवासियों की मदद से जम्मू-कश्मीर रियासत पर कब्जा करने की नीयत से लूटपाट का रास्ता अपनाया था। हिंदुओँ पर जमकर अत्याचार किए गए। तब जम्मू-कश्मीर के महाराजा ने भारत से मदद मांगी। भारत सरकार ने अपनी वायुसेना जम्मू-कश्मीर भेज दी।

सिंह ने कहा, भारतीय सेना पाकिस्तान द्वारा कब्जाए गए जम्मू-कश्मीर के हिस्से को वापस लेने ही वाली थी कि नेहरू ने एकतरफा सीजफायर का ऐलान कर दिया। इसी वजह से पीओके पैदा हो गया। उन्होंने कहा, सरदार पटेल और श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्र प्रथम के विचार को लेकर चरते थे और वह कभी नहीं चाहते थे कि जम्मू-कश्मीर के किसी हिस्से पर पाकिस्तान का कब्जा रह जाए।

Ankit Ojha

लेखक के बारे में

Ankit Ojha
अंकित ओझा पिछले 8 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। अंकित ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया से स्नातक के बाद IIMC नई दिल्ली से हिंदी पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा किया है। इसके बाद कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की है। राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय डेस्क पर कार्य करने का उनके पास अनुभव है। इसके अलावा बिजनेस और अन्य क्षेत्रों की भी समझ रखते हैं। हिंदी, अंग्रेजी के साथ ही पंजाबी और उर्दू का भी ज्ञान है। डिजिटल के साथ ही रेडियो और टीवी के लिए भी काम कर चुके हैं। और पढ़ें
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