PM मोदी ने दिया था 'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम, क्या थी वजह; पहलगाम के गुनहगारों को मिट्टी में मिलाया
आतंकवादियों ने पहलगाम में लोगों को उनका धर्म पूछकर मारा था। सिंदूर का नाता भी हिंदू धर्म से जुड़ा है। वहीं, आतंकियों ने महिलाओं के सिंदूर उजाड़े थे, इसलिए भी इस ऑपरेशन का नाम सिंदूर पर रखा गया।

Operation Sindoor: पहलगाम हमले में जब आतंकवादियों ने हमले किए थे तो उन्होंने हिंदुओं को चुन-चुन कर मारा था। इसमें कई महिलाओं के विधवा बना दिया गया था। एक नवविवाहिता के पति को उसके सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई। आतंकियों ने महिला से कहा- जाकर मोदी को बता देना। इस हमले को लेकर पूरे देश में आक्रोश का माहौल था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्रवाई की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि आतंकियों के आकाओं को करारा जवाब दिया गया। आज जब पाकिस्तान में नौ ठिकानों पर हमले किए गए तो उसे 'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम दिया गया था। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी ने खुद इस ऑपरेशन का नाम 'सिंदूर' पर रखा था।
आतंकवादियों ने पहलगाम में लोगों को उनका धर्म पूछकर मारा था। सिंदूर का नाता भी हिंदू धर्म से जुड़ा है। वहीं, आतंकियों ने महिलाओं के सिंदूर उजाड़े थे, इसलिए भी इस ऑपरेशन का नाम सिंदूर पर रखा गया।
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए संतोष जगदाले की पत्नी प्रगति जगदाले ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा, "इसके लिए मैं आभार व्यक्त करती हूं क्योंकि पीएम मोदी पाकिस्तान को ये दिखा दिया कि हम भी चुप बैठने वालों में से नहीं हैं।'' वहीं, आतंकी हमले में मारे गए कौस्तुभ गणबोटे की पत्नी संगीता गणबोटे ने ऑपरेशन सिंदूर पर कहा, "इन्होंने जो कार्रवाई की है वो एकदम सही किया है और ऑपरेशन का नाम सिंदूर देकर महिलाओं को सम्मान भी दिया है।"
पहलगाम हमले में कानपुर के 31 वर्षीय व्यवसायी शुभम द्विवेदी ने भी अपनी जान गंवाई थी। उनकी पत्नी ऐशान्या द्विवेदी की शादी को अभी दो महीने भी पूरे नहीं हुए थे, उन्होंने उस भयावह दिन को याद करते हुए अपनी पीड़ा को शब्दों में बयां किया। एक नई उम्मीद और गर्व के साथ, ऐशान्या ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है।
ऐशान्या ने एक भावुक बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा, "मैं पीएम मोदी को मेरे पति की मौत का बदला लेने के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं। मेरे पूरे परिवार को उन पर भरोसा था, और जिस तरह उन्होंने (पाकिस्तान को) जवाब दिया, उन्होंने हमारा भरोसा जीवित रखा। यह मेरे पति को सच्ची श्रद्धांजलि है। जहां कहीं भी मेरे पति होंगे, वे आज शांति में होंगे।"