
बिहार को लेकर जारी घमासान के बीच अब इस राज्य में होगा SIR, चुनाव आयोग ने बताई तारीख
संक्षेप: चुनाव आयोग अगले महीने ओडिशा में विशेष गहन पुनरीक्षण यानी SIR करवाने जा रहा है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब बिहार में SIR की प्रक्रिया को लेकर बवाल मचा हुआ है।
बिहार में SIR को लेकर बीते 2 महीने से घमासान मचा हुआ है। इस बीच चुनाव आयोग ने एक और राज्य में यह प्रक्रिया शुरू करने का ऐलान किया है। ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर संत गोपालन ने सोमवार को बताया है कि ओडिशा में अगले महीने से मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया है कि 2002 के बाद राज्य में पहली बार यह प्रक्रिया की जाएगी। गोपालन ने कहा कि नई मतदाता सूची अगले साल 7 जनवरी को प्रकाशित की जाएगी।

मामले पर बातचीत करते हुए उन्होंने बताया, "SIR अगले महीने से शुरू होगा और संशोधित सूची जनवरी में जारी की जाएगी। चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार संशोधित सूची में देरी हो सकती है।" राज्य के शीर्ष चुनाव अधिकारी ने यह भी कहा कि राज्य भर में मतदान केंद्रों की संख्या 38,000 से बढ़ाकर 45,000 की जाएगी।
मतदाता सूची को सटीक बनाने की कोशिश
उन्होंने कहा कि SIR के तहत यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जाएगी कि कोई भी योग्य मतदाता सूची से छूट न जाए और कोई भी अयोग्य व्यक्ति सूची में न रहे। SIR के जरिए घर-घर जाकर मतदाताओं की पात्रता का सत्यापन, मतदान केंद्रों का पहचान और गलतियों को दूर कर मतदाता सूची को सटीक बनाने की कोशिश की जाएगी।
बिहार में SIR की प्रक्रिया को लेकर बवाल
गौरतलब है कि यह घोषणा तब हुई है जब बिहार में SIR की प्रक्रिया को लेकर बवाल मचा हुआ है। विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए इसकी टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए हैं। विपक्षी दल इसकी वैधता को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचे थे। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को SIR के बाद मतदाता सूची से हटाए गए 65 लाख लोगों के नाम की सूची सार्वजनिक करने का निर्देश दिया था। आयोग ने नामों की सूची जारी कर दी है। हालांकि विपक्षी दल लगातार संसद में इस मुद्दे पर चर्चा कराने को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।





