
मेरी मां के आंसू तब गिरे, जब…अमित शाह के आरोपों पर बरसीं प्रियंका गांधी, पूछा- इस्तीफा क्यों नहीं दिए?
संक्षेप: कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने हमला बोलते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद क्या सेना प्रमुख ने या इंटेलीजेंस प्रमुख ने इस्तीफा दिया? क्या गृह मंत्री ने इस्तीफा दिया? इस्तीफा तो छोड़िए, इस हमले की जिम्मेदारी तक नहीं ली।
ऑपरेशन सिंदूर पर चल रही चर्चा के दूसरे दिन कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर पलटवार किया और उनसे पूछा कि पहलगाम में आतंकी घटना के बाद भी उन्होंने अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया। उन्होंने शाह के उस आरोप पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि 2008 के बटला हाउस मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों के लिए सोनिया गांधी रोई थीं। प्रियंका ने लोकसभा में अपनी माँ का बचाव करते हुए कहा, "मेरी माँ के आँसू तब गिरे, जब उनके पति को आतंकवादियों ने शहीद किया था और तब वह मात्र 46 साल की थीं।"
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इस दौरान अपने परिवार की व्यक्तिगत क्षति का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “आज मैं 26 परिवारों के दर्द की बात इस सदन में कर पा रही हूं तो उसके पीछे वही दर्द है जो मैंने सहा है।” चर्चा के दौरान प्रियंका गांधी ने हमला बोलते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद क्या सेना प्रमुख ने या इंटेलीजेंस प्रमुख ने इस्तीफा दिया? क्या गृह मंत्री ने इस्तीफा दिया? इस्तीफा तो छोड़िए, इस हमले की जिम्मेदारी तक नहीं ली।
मुंबई हमलों के बाद हुए थे इस्तीफे, अब क्यों नहीं?
वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि जब गौरव गोगोई ने कल इसी सदन में जिम्मेदारी की बात कही तो राजनाथ सिंह सिर हिला रहे थे, लेकिन गृह मंत्री हंस रहे थे और उन्होंने कहा कि मुंबई हमले के बाद मनमोहन सरकार ने कुछ नहीं किया। जब घटना चल रही थी, तभी तीन आतंकियों को मार दिया गया था और एक बचा था जिसे पकड़ा गया और बाद में फांसी दी गई थी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और देश के गृह मंत्री ने तब इस्तीफा दे दिया था। प्रियंका ने कहा कि राजनाथ जी उरी-पुलवामा के समय गृह मंत्री थे, आज वह रक्षा मंत्री हैं। अमित शाह के समय मणिपुर जल रहा है, दिल्ली दंगे हुए, पहलगाम हुआ और आज भी वह गृह मंत्री हैं। क्यों? इस्तीफे क्यों नहीं दिए, देश जानना चाहता है।
आप कितने भी ऑपरेशन कर लें…
प्रियंका ने कहा कि जब पहलगाम हमला हुआ, तो सभी एकजुट होकर खड़े हो गए। दोबारा होगा तो दोबारा भी खड़े हो जाएंगे। देश पर हमला होगा तो हम सब सरकार के साथ खड़े हो जाएंगे। उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पहलगाम के बैसरन वैली में जो 26 लोग मारे गए, उनमें से 25 भारतीय थे। आप कितने भी ऑपरेशन कर लें, इस सच के पीछे छिप नहीं सकते कि उनको आपने उन्हें कोई सुरक्षा नहीं दी। वे भगवान भरोसे थे।





