
गाउन उठाया और... ICU में भर्ती मोरक्को की महिला से गोवा में रेप; महाराष्ट्र का डॉक्टर अरेस्ट
संक्षेप: पुलिस के अनुसार, पीड़िता ने बताया कि डॉक्टर दोशी इलाज के दौरान एक नर्स के साथ उसके पास आया था। लेकिन जांच के समय आरोपी ने नर्स को कमरे से बाहर भेज दिया और फिर उसका रेप किया।
गोवा पुलिस ने 28 वर्षीय डॉक्टर वृषभ दोशी को एक 24 वर्षीय मोरक्कन नागरिका से रेप के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह घटना ओल्ड गोवा स्थित एक निजी अस्पताल के आईसीयू वार्ड में सामने आई, जहां पीड़िता इलाज के लिए भर्ती थी। पुलिस ने आरोपी को गुरुवार को महाराष्ट्र के सोलापुर से पकड़ा, जहां वह गिरफ्तारी से बचने के लिए छिपा हुआ था। अदालत ने उसे एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

उत्तर गोवा एसपी राहुल गुप्ता ने बताया कि आरोपी वारदात के बाद गोवा छोड़कर भाग गया था। उन्होंने कहा, “पुलिस टीम का गठन किया गया और आरोपी को सोलापुर से ट्रैक कर गिरफ्तार किया गया। उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं, जिनमें दुष्कर्म भी शामिल है, के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।”
शिकायत में क्या कहा गया?
पुलिस के अनुसार, पीड़िता ने बताया कि डॉक्टर दोशी इलाज के दौरान एक नर्स के साथ उसके पास आया था। लेकिन जांच के समय आरोपी ने नर्स को कमरे से बाहर भेज दिया और फिर उसका रेप किया। मोरक्कन नागरिका बिजनेस वीजा पर भारत आई थी और दिवर द्वीप पर गरीबी उन्मूलन पर काम करने वाले एक एनजीओ द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा ले रही थी। वह दिवर स्थित एक रिजॉर्ट में ठहरी हुई थी, जहां उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे ओल्ड गोवा के हेल्थवे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। पीड़िता की बहन स्पेन की नागरिक हैं। उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया कि 31 अगस्त की रात करीब 10 बजे, जब पीड़िता आईसीयू में भर्ती थी, तभी डॉक्टर ने उसके साथ छेड़छाड़ की।
शिकायत के अनुसार ICU में इलाज के दौरान आरोपी ने उसकी अस्पताल की गाउन उठाई और उसके शरीर को गलत तरीके से छुआ। शिकायत में कहा गया है कि डॉक्टर ने “न्यूरोलॉजिकल सेंसिटिविटी टेस्ट” के बहाने उसकी प्राइवेट पार्ट को छुआ, जबकि वह बीमार और असहाय हालत में थी।
अस्पताल का बयान
हेल्थवे हॉस्पिटल ने एक बयान जारी कर कहा, “हमारी महिला मरीज ने डॉक्टर वृषभ दोशी पर इलाज के दौरान यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टर को तुरंत निलंबित कर दिया गया है और पुलिस जांच में पूरा सहयोग किया जा रहा है।” अस्पताल ने आगे कहा कि पीड़िता को हर तरह का नैतिक और कानूनी सहयोग दिया जा रहा है। वह अभी भी अस्पताल में इलाजरत है और प्रबंधन उसकी हर संभव मदद करेगा।





