मिडिल क्लास और रक्षा बजट का गला घोंट दिया, संसद में महुआ ने किस पर निकाली भड़ास
टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा ने केंद्र की एनडीए सरकार को बजट को लेकर खूब सुनाया। सांसद ने कहा कि आपने मिडिल क्लास को सबसे ज्यादा सजा दी है, रक्षा बजट को सबसे कम हिस्सा देकर आपने सैन्य ताकतों का गला घोंटने का काम किया है। यह 1960 के दशक के बाद सबसे कम है।
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने आज संसद में केंद्र सरकार को बजट को लेकर खूब खरी खोटी सुनाई। महुआ ने कहा कि केंद्र सरकार इस बार कुर्सी बचाओं बजट लेकर आई थी। इस बजट में हमनें देख लिया कि किस तरह से केंद्र सरकार ने अपनी कुर्सी को बचाने के लिए किस राज्य को कितना बजट दिया है।
मोइत्रा ने इसके बाद टैक्स को लेकर भी सरकार को खूब घेरा। महुआ ने कहा कि जब आप मिडिल क्लास का गला घोंटने पर तुले हुए हैं। प्रत्यक्ष कर की जगह हमारा राजस्व का 65 फीसदी हिस्सा अप्रत्यक्ष कर के जरिए आता है। इस अप्रत्यक्ष कर का भुगतान सबसे ज्यादा मिडिल क्लास करता है। विकसित राष्ट्र अपने यहां पर प्रत्यक्ष टैक्स के जरिए धन संग्रह करने की कोशिश करते हैं क्योंकि यह एक संतुलित अर्थव्यवस्था को बनाए रखने में मदद करता है। जो जितना अमीर होता है उतना टैक्स देता है। लेकिन हमारे यहां उल्टा हो रहा है आप जनता पर टैक्स का बोझ बढ़ाते ही जा रहे हैं। यह भारत के इतिहास में पहली बार है कि वेतन लेने वाले लोग अमीर वर्ग की तुलना में अधिक कर का भुगतान कर रहे हैं। महुआ ने कहा कि आपने जो नीतियां बनाई हैं उनसे मध्यम वर्ग के द्वारा की गई बचत खत्म हो जाएगी।
चिकित्सा क्षेत्र में जीएसटी लगाने को कहा रक्त धन
महुआ ने कहा कि जीवन और चिकित्सा बीमा पर जीएसटी लगाने का फैसला आपने कर लिया है यह एक रक्त धन हैं। पूरा विपक्ष सामूहिक रूप से इसे हटाने की मांग करता है। इस धन से किसी का भला नहीं होगा यह मिडिल क्लास के ऊपर एक और दवाब की तरह ही काम करेगा।
दो मोर्चों पर चुनौती, फिर भी घटा दिया रक्षा बजट
रक्षा बजट के मुद्दें को उठाते हुए महुआ ने कहा, ''रक्षा बजट के आवंटन में 2,000 करोड़ रुपये की कमी देखी गई है, यह 1960 के दशक के बाद से सकल घरेलू उत्पाद का सबसे कम अनुपात है। मौजूदा 1.9% की तुलना में जीडीपी के 2.5-3% रक्षा बजट की वकालत करते हुए आग्रह किया, "आप अपनी सीट बचाने में व्यस्त हैं; देश की जरूरतों को देखें। भारत इस वक्त दो मोर्चों पर युद्ध की स्थिति में हैं इसके बाद भी आपने रक्षा बजट में कटौती कर दी।
सदन में उपस्थित ही नहीं रहते बढ़े नेता, फिर सत्र किसलिए
महुआ ने सदन में प्रधानमंत्री समेत बड़े नेताओं की अनुपस्थिति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार की महत्वपूर्ण लोगों के बिना यहां बहस करने का या सरकार की आलोचना करने का कोई मतलब नहीं है। महुआ ने कहा कि जब हम राष्ट्रपति को संबोधित कर रहे हैं तो प्रधानमंत्री अनुपस्थित हैं। जब हम वित्त के बारे में बात करते हैं तो वित्त मंत्री अनुपस्थित हैं। वित्तमंत्री ने जिस तरीके से इस केंद्रीय बजट को पेश किया है उन्होंने केवल भारत का मजाक उड़ाया है और कुछ नहीं। इस बजट में जो भी बदलाव किए गए हैं वह भारत की अर्थव्यवस्था को पीछे की तरफ लेकर जाएंगे। इस सरकार ने जो कुछ भी किया जनादेश के अनुसार नहीं किया। आप पूर्ण बहुमत के साथ सरकार में नहीं आ पाए इसके बाद भी मोदी सरकार ने वित्त मंत्री को नहीं बदला और उन्होंने एक बार फिर से उथला बजट दिया।
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