भारत-PAK मैच का देशभर में विरोध, BCCI पर भड़का विपक्ष; बीजेपी के साथी भी हमलावर
आज एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच होने वाला है। इस मैच को लेकर देशभर में विरोध हो रहा है। विपक्षी राजनीतिक दलों के साथ-साथ आम आदमी भी भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर गुस्से में है।

आज एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच होने वाला है। इस मैच को लेकर देशभर में विरोध हो रहा है। विपक्षी राजनीतिक दलों के साथ-साथ आम आदमी भी भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर गुस्से में है। सोशल मीडिया पर लोग इसके विरोध में पोस्ट लिख रहे हैं। अब तो भाजपा के सहयोगी दल भी इसको लेकर हमलावर रुख अख्तियार करने लगे हैं। महाराष्ट्र में भाजपा की सहयोगी शिंदे शिवसेना के नेता संजय निरूपम ने भी भारत-पाकिस्तान मैच का विरोध जताया है।
क्या बोले शिंदे गुट के संजय निरूपम
संजय निरूपम ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ता बेहद कड़वा है। पाकिस्तान ने हमेशा भारत को नुकसान पहुंचाने वाली विदेश नीति पर अमल किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा आतंकियों को पाला-पोसा, उन्हें ट्रेनिंग दी और पनाह दी। इन आतंकियों ने भारत के निर्दोष लोगों और शहरों पर हमले किए। पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह का रिश्ता नहीं होना चाहिए। संजय निरूपम ने आगे कहा कि इनके साथ किसी तरह का खेल, सांस्कृतिक या डिप्लोमैटिक संबंध नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बालासाहेब ठाकरे का भी ऐसा ही मानना था।
पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी भी खफा
पूर्व क्रिकेटर और पश्विम बंगाल के खेल मंत्री मनोज तिवारी का भी भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर बयान सामने आया है। मनोज तिवारी ने कहा कि मैं भारत बनाम पाकिस्तान मैच के साथ-साथ एशिया कप का भी बहिष्कार कर रहा हूं। मैं इसे नहीं देख सकता। उन्होंने कहा कि लोगों की जिंदगी कोई खेल नहीं है। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हालात हैं। यह समस्या कई साल से चली आ रही है। पुलवामा से पहलगाम और पठानकोट तक कई बार आतंकी हमले हो चुके हैं। कोई भी भारतीय इसे भूला नहीं है। मनोज तिवारी ने कहा कि जिन लोगों ने देश की रक्षा करते हुए अपनी जान दी और जो मासूम मारे गए, सिर्फ उनके घर वाले ही इस दर्द को समझ सकते हैं।
आतंकी हमले के शिकार शख्स की बेटी भी गुस्सा
महाराष्ट्र के पुणे शहर के रहने वाले संतोष जगदाले भी पहलगाम आतंकी हमले के शिकार हुए थे। एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच को लेकर उनकी बेटी असावरी जगदाले भी गुस्से में हैं। असावरी ने कहा कि यह मैच नहीं होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है। पहलगाम हमले को अभी छह महीने भी नहीं हुए हैं। इसके बाद ऑपरेशन सिंदूर भी हुआ। लेकिन अब यह मैच खेला जा रहा है। असावरी जगदाले ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इन लोगों को इस बात की परवाह भी है कि कोई मर गया। उन्होंने कहा कि मैंने कल कहीं पढ़ा था कि पैसा देशभक्ति तय करता है। क्या यह सच है? भावनगर गुजरात के रहने वाले सावन परमार ने पहलगाम हमले में पिता और भाई को खो दिया था। सावन ने कहा कि जब हमें पता चला कि भारत-पाकिस्तान के बीच मैच हो रहा है तो हम बहुत परेशान हो गए।
शिवसेना-यूबीटी की महिला कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
महराष्ट्र में शिवसेना-यूबीटी की महिला कार्यकर्ताओं ने भारत-पाकिस्तान मैच का विरोध किया। इन महिलाओं ने मुंबई में सिंदूर के साथ प्रदर्शन किया। पार्टी मुखिया उद्धव ठाकरे ने शनिवार को इसका ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि हमारी पार्टी की महिला कार्यकर्ता महाराष्ट्र की गलियों में विरोध प्रदर्शन करेंगी। इसके अलावा पीएम मोदी को महाराष्ट्र के हर घर से सिंदूर भेजा जाएगा।




