Hindi Newsदेश न्यूज़Manipur Violence New One Woman Died 4 Injured

अंधाधुंध गोलीबारी, बम से भी हमले; मणिपुर में फिर हिंसा, महिला की मौत, चार घायल

  • पुलिस ने बताया कि गांव पर अचानक हुए हमले से लोगों में दहशत फैल गई, जिससे महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा।

Madan Tiwari भाषाSun, 1 Sep 2024 03:30 PM
share Share

मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले में रविवार को संदिग्ध उग्रवादियों द्वारा किए गए हमले में एक महिला की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, उग्रवादियों ने पहाड़ी के ऊपरी इलाके से कोत्रुक और पड़ोसी कडांगबांड के घाटी के निचले इलाकों की ओर अंधाधुंध गोलीबारी करने के साथ बम से हमले किए। पुलिस ने बताया कि इस हमले में एक महिला की मौत हो गयी जबकि उसकी आठ साल की बेटी और एक पुलिस अधिकारी समेत चार अन्य लोग घायल हो गए।

पुलिस ने बताया कि गांव पर अचानक हुए हमले से लोगों में दहशत फैल गई, जिससे महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। मृतक महिला की पहचान नगांगबाम सुरबाला देवी (31) के रूप में हुई है, जिसका शव पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (आरआईएमएस) ले जाया गया है। सुरबाला की बेटी और पुलिस अधिकारी एन. रॉबर्ट (30) को रिम्स में भर्ती कराया गया है, जबकि दो अन्य राज मेडिसिटी में अपना इलाज करवा रहे हैं। गोलीबारी और बम विस्फोट के समय पीड़ित अपने घरों पर थे। पुलिस ने बताया कि हालात को स्थिर करने के लिए राज्य और केंद्रीय इकाइयों सहित सुरक्षा बलों को इलाके में तैनात किया गया है।

वहीं, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने अरामबाई तेंगगोल समेत मेइती-समर्थक उग्रवादी समूहों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए संकल्प लिया है कि वह इन समूहों को कट्टरपंथी एवं राष्ट्र-विरोधी नहीं बनने देंगे। अरामबाई तेंगगोल पर कुकी समुदाय के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप है। सिंह ने 'पीटीआई वीडियो' से एक हालिया साक्षात्कार में कहा, ''मैंने उनसे (अरामबाई तेंगगोल) से कहा कि आप कोई भी राष्ट्र-विरोधी या सांप्रदायिक काम नहीं करेंगे। आपको सरकार की मदद करनी होगी।'' उन्होंने कहा, ''आपके मुंह से कोई सांप्रदायिक शब्द नहीं निकलना चाहिए। मैंने साफ चेतावनी दी थी कि आप कुछ भी नहीं बोलेंगे।'' सिंह ने कहा कि उनके (अरामबाई तेंगगोल) मुंह से पांच महीने में एक भी शब्द नहीं निकला। उन्होंने कहा, ''मैं उन्हें कट्टरपंथी, राष्ट्र विरोधी नहीं बनने दूंगा।'' अरामबाई तेंगगोल विवाद का केन्द्र बिन्दु रहा है। कुकी प्रतिनिधियों ने हिंसा को बढ़ाने के लिए इस संगठन को दोषी ठहराया है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें