एक लड़के की 3 प्रेमिकाएं, तीसरी धर्म बदलने को थी तैयार; उसे जहर देकर रास्ते से हटाया
- रिपोर्ट के मुताबिक, लोगनायगी एक निजी कोचिंग सेंटर में काम करती थी और हॉस्टल उसका ठिकाना था। वह 1 मार्च से लापता थी। उसके गायब होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की।

तमिलनाडु के सलेम जिले में हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 35 वर्षीय महिला का शव बीते दिनों एक खाई में मिला था। अब पुलिस का कहना है कि उसने लव, धोखा और हत्या के केस को सुलझा लिया है। इस हत्याकांड को जानबूझकर आत्महत्या जैसा दिखाने की कोशिश की गई थी। मृतिका की पहचान लोगनायगी के रूप में हुई है, जिसे उसके प्रेमी और उसकी 2 अन्य प्रेमिकाओं ने जहर दिया था। इसके बाद तीनों से मिलकर उसे 30 फुट गहरी खाई में फेंक दिया थ।
रिपोर्ट के मुताबिक, लोगनायगी एक निजी कोचिंग सेंटर में काम करती थी और हॉस्टल उसका ठिकाना था। वह 1 मार्च से लापता थी। उसके गायब होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। इस दौरान कॉल रिकॉर्ड से पता चला कि उसने आखिरी बार 22 वर्षीय अब्दुल अबीज नाम के लड़के से बात की थी। पूछताछ के दौरान सामने आया कि लोगनायगी अब्दुल के साथ रिलेशनशिप में थी और घटना के दिन वह उससे मिलने यरकाड गई थी। पुलिस को पता चला कि संदिग्ध अब्दुल की पहले से 2 प्रेमिकाएं हैं। पहली थाविया सुल्ताना, जो आईटी कर्मचारी है। दूसरी मोनिशा नर्सिंग की छात्रा है। इन तीनों ने मिलकर लोगनायगी को मारने की साजिश रची थी।
रिलेशनशिप खत्म करने का डाला दबाव
अब्दुल की दोनों प्रेमिकाओं ने लोगनायगी पर दबाव डाला कि वह उससे अपना संबंध तोड़ दे। मगर, वह इसके लिए तैयार नहीं थी। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां तक कि लोगनायगी ने इस्लाम कबूल करने और अपना नाम अल्बिया रखने का भी फैसला कर लिया था। लेकिन, अब्दुल तो पहले ही थाविया और मोनिशा के साथ रिलेशनशिप में था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्लान के तहत तीनों ने लोगनायगी से यरकाड में बातचीत के बहाने बुलाया। यहां उन्होंने उसे जहर का इंजेक्शन लगाया और उससे कहा कि यह चोट ठीक करने की दवा है। जब वह बेहोश हो गई तो उन्होंने उसे खाई में फेंक दिया। वे इस घटना को आत्महत्या जैसा दिखाना चाहते थे। जांच के बाद यरकाड पुलिस ने अब्दुल, थाविया और मोनिशा को गिरफ्तार कर लिया है।