
लालू यादव के राज पर मैथिली ठाकुर का तंज, नीतीश कुमार की तारीफ पर क्या बोलीं
संक्षेप: मैथिली ठाकुर ने कहा कि बीते 10 से 15 दिनों से मेरे टिकट को लेकर चर्चा चल रही है। यदि मुझे मौका मिलता है तो मैं तैयार हूं। उन्होंने कहा कि दिल्ली तो मैं काम के लिए रह रही हूं। मैं चाहती हूं कि गांव में रहने को मौका मिले। जैसे ही टिकट का ऐलान होता है, मेरी इच्छा होगी कि दिल्ली छोड़कर गांव निकल जाएं।
लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने अब खुलकर चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर कर दी है। उनका कहना है कि यदि अपने गांव वापस जाने का मौका मिला और क्षेत्र के लिए कुछ करने का अवसर मिलता है तो यह खुशी की बात होगी। उन्होंने कहा कि मेरा गृह क्षेत्र से अलग ही जुड़ाव है और अगर वह अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत वहां से करेंगी तो वह बहुत कुछ सीख सकेंगी। यही नहीं चुनाव में उतरने से पहले ही वह राजनीतिक अंदाज में दिख रही हैं। इशारों में ही लालू प्रसाद यादव के शासनकाल पर उन्होंने तंज भी कस दिया। मैथिली ने कहा कि पहले वाले राज के बारे में मैंने अपने बड़ों से सुना है कि उस दौरान क्या हालात थे।

इसके आगे वह कहती है किं बिहार के लोग नीतीश कुमार को बहुत पसंद करते हैं। उनके दौर में बिहार में बहुत से सुधार हुए हैं। उन्होंने बिहार सीएम नीतीश कुमार को अपना पसंदीदा नेता भी बताया। मैथिली ठाकुर ने कहा कि बीते 10 से 15 दिनों से मेरे टिकट को लेकर चर्चा चल रही है। यदि मुझे मौका मिलता है तो मैं तैयार हूं। उन्होंने कहा कि दिल्ली तो मैं काम के लिए रह रही हूं। मैं चाहती हूं कि गांव में रहने को मौका मिले। जैसे ही टिकट का ऐलान होता है, मेरी इच्छा होगी कि दिल्ली छोड़कर गांव निकल जाएं। वहीं उनसे पूछा गया कि जब आप पीएम मोदी से मिली थीं तो राजनीति में आने पर कोई बात हुई थी।
इस पर मैथिली ठाकुर ने कहा कि उस मुलाकात में ऐसी कोई बात नहीं हुई थी। लेकिन अब चर्चा तेज है कि आखिर किस सीट से मैं चुनाव लड़ूंगी। मैथिली ने पिछले दिनों भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार के संगठन प्रभारी विनोद तावडे और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात की थी। इसके बाद से उनके चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं। निर्वाचन आयोग ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा की। वहां दो चरणों में छह और ग्यारह नवंबर को मतदान होगा जबकि 14 नवंबर को मतों की गिनती होगी।
अपनी पसंद के विधानसभा चुनाव क्षेत्र के बारे में पूछे जाने पर मैथिली ने पत्रकारों से कहा, ‘इस बारे में अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन मैं अपने गांव के क्षेत्र जाना चाहूंगी क्योंकि वहां से एक अलग जुड़ाव है।’ उन्होंने कहा, ‘वहां से शुरू हो तो मुझे सीखने का भी मौका मिलेगा। लोगों से मिलना-जुलना, लोगों से बातें करना... मुझे ज्यादा समझ में आएगा अगर मैं अपने गांव से शुरुआत करूं तो।’ मैथिली ठाकुर का जन्म बिहार के मधुबनी जिले में बेनीपट्टी में हुआ था। वह एक मैथिल संगीतकार और संगीत शिक्षक रमेश ठाकुर और भारती ठाकुर की बेटी हैं।
वर्तमान में बिहार विधानसभा में बेनीपट्टी का प्रतिनिधित्व भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा कर रहे हैं। 68 वर्षीय झा ने 2020 में ब्राह्मण बाहुल्य वाली इस सीट पर कांग्रेस की भावना झा को तीस हजार से भी अधिक मतों से हराया था। बिहार विधानसभा के चुनाव से ही जुड़े एक अन्य सवाल पर मैथिली ने कहा कि वह देश के विकास के लिए, हरसंभव योगदान देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि तावड़े और राय से हुई मुलाकात के दौरान बिहार के भविष्य को लेकर उनकी बहुत सारी बातें हुईं। मैथिली ठाकुर इसी साल जुलाई में 25 साल की हुई हैं। साल 2011 में महज 11 वर्ष की उम्र में मैथिली ने गीत-संगीत के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई।





