
महाराष्ट्र में मॉनसून ने फिर मचाया कहर, बारिश ने 24 घंटे में 3 लोगों को निगला; येलो अलर्ट जारी
संक्षेप: IMD ने मुंबई, ठाणे और रायगढ़ जिलों में येलो अलर्ट जारी कर दिया। मराठवाड़ा और विदर्भ के कुछ हिस्सों में भी चेतावनी जारी की गई है क्योंकि इन इलाकों में मॉनसून अब भी सक्रिय है। बीते 24 घंटे में 3 लोगों की मौत हो गई है।
Mumbai Rain: महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में भारी मॉनसूनी बारिश की वजह से तीन लोगों की मौत हो गई है। वहीं अलग-अलग जगहों पर जलभराव और स्थिति खराब होने के बाद अब तक 120 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। विभाग ने एक बयान में बताया कि NDRF और अन्य बचाव दल प्रभावित जिलों में लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में लगे हुए हैं। शहर के कई हिस्सों में सोमवार रात 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई है।

मौसम विभाग के मुताबिक मराठवाड़ा के आठ में से पांच जिलों में सोमवार को भारी बारिश हुई है। इन जिलों में बीड में 24 घंटों में सबसे अधिक, 143.7 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं नांदेड़ में 131.6 मिमी और जालना में 121.4 मिमी बारिश हुई।बीड जिले में बारिश से संबंधित घटनाओं में दो लोगों की मौत, वहीं नागपुर में एक व्यक्ति की मौत होने की सूचना है।
अधिकारियों के अनुसार इन क्षेत्रों में बचाव और राहत अभियान चलाया जा रहा है और 120 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। NDRF ने स्थानीय प्रशासन को लोगों को निकालने और आपातकालीन राहत कार्यों में सहायता के लिए राज्य भर में 12 टीमें भी तैनात की हैं। राज्य एजेंसियों और जिला प्रशासनों ने भी दमकल, पुलिस इकाइयों और स्थानीय स्वयंसेवकों को तैनात किया है।
उफान पर नदियां
राज्य की कई नदियां भी उफान पर हैं और निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बीड और अहिल्यानगर सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।अधिकारी बांधों, नदियों और संवेदनशील गांवों की निगरानी कर रहे हैं। वहीं मानसून की सक्रिय स्थिति को देखते हुए मराठवाड़ा और विदर्भ के कुछ हिस्सों में चेतावनी जारी की गई है।
येलो अलर्ट जारी
इस बीच मुंबई में लगातार तीसरे दिन भारी बारिश के बाद मौसम विभाग ने क्षेत्र में और अधिक बारिश होने की संभावना जताते हुए मुंबई, ठाणे और रायगढ़ जिलों के लिये येलो अलर्ट जारी कर दिया, जो 18 सितंबर की सुबह तक जारी रहेगा। बारिश के चलते मध्य रेलवे की सभी चार लाइनों पर रेल सेवा भी 10 से 15 मिनट तक थोड़ी लेट-लतीफ रहीं। हालांकि कोई ट्रेन सेवा रद्द नहीं की गई है।
देहरादून में तबाही
इस बीच उत्तर भारत में बारिश उत्पात मचा रही है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और उसके आसपास के इलाकों में मंगलवार को बादल फटने और रात भर हुई भारी बारिश से भीषण तबाही मची है। इसमें कम से कम 5 लोग बह गए और 500 से अधिक लोग विभिन्न स्थानों पर फंस गए। जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के अनुसार सहस्त्रधारा, मालदेवता, संतला देवी और डालनवाला आपदा से सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। सहस्त्रधारा में 192 मिमी, मालदेवता में 141.5 मिमी, हाथी बरकला और जॉली ग्रांट में 92.5 मिमी और कालसी में 83.5 मिमी बारिश हुई है। आपदा प्रबंधन कार्यालय ने बताया कि कई सड़कें, मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं तथा मंगलवार तड़के एक पुल बह गया। बारिश के बाद ज्यादातर नदियां उफान पर हैं। तमसा नदी जिसके किनारे प्रसिद्ध टपकेश्वर मंदिर स्थित है, खतरे के निशान के बहुत करीब बह रही है। गंगा और यमुना भी चेतावनी स्तर के करीब बह रही हैं।





