Hindi NewsIndia Newslawyer neckbands with fake reviews from CJIs, SC judges what happened with Website
वकीलों का नकली नेकबैंड, CJI और जजों के नाम से झूठा प्रचार; फिर कैसे खुली वेबसाइट की पोल

वकीलों का नकली नेकबैंड, CJI और जजों के नाम से झूठा प्रचार; फिर कैसे खुली वेबसाइट की पोल

संक्षेप: यह प्रीमियम कॉटन नेकबैंड 499 रुपए की कीमत पर बेचा जा रहा था। हैरानी की बात यह है कि इसके रिव्यू में वकीलों, सुप्रीम कोर्ट के जजों, यहां तक सीजेआई तक का कमेंट है। पुणे के एक वकील अंकुर जहांगीरदार ने लिंक्डइन पर यह मामला उठाया है।

Tue, 4 Nov 2025 10:13 PMDeepak लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्ली
share Share
Follow Us on

ऑनलाइन मार्केट में धोखाधड़ी की खबरें अक्सर आती रहती हैं। लेकिन इस बार जो खबर आई है, वह चौंकाने वाली है। मामला एक ई-कॉमर्स वेबसाइट पर वकीलों के नेकबैंड बेचने का है। यह प्रीमियम कॉटन नेकबैंड 499 रुपए की कीमत पर बेचा जा रहा था। हैरानी की बात यह है कि इसके रिव्यू में वकीलों, सुप्रीम कोर्ट के जजों, यहां तक सीजेआई तक का कमेंट है। पुणे के एक वकील अंकुर जहांगीरदार ने लिंक्डइन पर यह मामला उठाया है।

LiveHindustan को अपना पसंदीदा Google न्यूज़ सोर्स बनाएं – यहां क्लिक करें।

अंकुर ने लिखा है कि इस नेक बैंड के रिव्यूज की एक बात बेहद दिलचस्प है। इसका रिव्यू करने वालों में जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस अरुण मिश्रा, जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस रोहिन्टन नरीमन आदि का नाम शामिल हैं। उन्होंने आगे लिखा है कि सच यह है कि यह सभी रिव्यूज पूरी तरह से फेक हैं। 30 अक्टूबर को वेबसाइट पर रिव्यू में पूर्व सीजेआई यूयू ललित, एनवी रमन्ना, वर्तमान सीजेआई बीआर गवई आदि के नाम शामिल हैं। वहीं, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जजों दीपक गुप्तान, ऋषिकेश रॉय, आरएफ नरीमन समेत कई जजों के नाम शामिल हैं।

सिर्फ वकीलों और जजों ही नहीं, राजनीतिक क्षेत्र के दिग्गजों का रिव्यू भी इस वेबसाइट पर है। इनमें, संजय राउत, आदित्य ठाकरे, शरद पवार, अजीत पवार, सचिन पायलट, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, फारुख अब्दुल्ला, शशि थरूर और गुलाम नबी आजाद जैसे नाम शामिल हैं।

हालांकि खबरों में आने के बाद और लीगल सर्किल की नजरों में आने के बाद इन रिव्यूज को डिलीट कर दिया गया है। बार एंड बेंच से बात करते हुए एडवोकेट जहांगीरदार ने कहा कि बैंड की बहुत ज्यादा कीमत और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों तथा वरिष्ठ वकील राम जेतमलानी जैसे दिवंगत प्रभावशाली व्यक्तित्वों के नाम पर पोस्ट की गई नकली समीक्षाएं इसे एक घोटाला साबित करती हैं। उन्होंने कहा कि मैं इसे उजागर करना चाहता था। यही कारण है कि मैंने इसे अपनी लिंक्डइन पेज पर पोस्ट किया।

Deepak

लेखक के बारे में

Deepak
दीपक मिश्र मीडिया इंडस्ट्री में करीब 18 साल का अनुभव रखते हैं। खेल, सिनेमा और राजनीति पर प्रमुखता से काम किया है। खासतौर पर खेल की खबरों से जुनून की हद तक मोहब्बत है। 2011 में वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप और 2014 में फीफा फुटबॉल वर्ल्ड कप प्रमुखता से कवर कर चुके हैं। फोटोग्राफी और वीडियो स्टोरी के साथ-साथ पॉडकास्ट में विशेष रुचि रखते हैं। पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर से मास्टर ऑफ मास कम्यूनिकेशन की पढ़ाई के बाद आज अखबार के साथ पत्रकारिता की शुरुआत। इसके बाद दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट और पत्रिका अखबार में काम किया। लाइव हिन्दुस्तान में चीफ कंटेंट प्रोड्यूसर के तौर पर काम कर रहे हैं। यहां पर टी-20 वर्ल्ड कप 2024, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 और आईपीएल भी कवर कर चुके हैं। इसके अलावा महाकुंभ 2025 में वीडियो स्टोरीज पर काम किया है। और पढ़ें
इंडिया न्यूज़ , विधानसभा चुनाव और आज का मौसम से जुड़ी ताजा खबरें हिंदी में | लेटेस्ट Hindi News, बॉलीवुड न्यूज , बिजनेस न्यूज , क्रिकेट न्यूज पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।