कोलकाता पुलिस कमिश्नर और हेल्थ डिपार्टमेंट के दो अधिकारी हटाए गए, CM ममता ने मानी डॉक्टरों की मांगें
- kolkata: जूनियर डॉक्टरों के साथ चली मीटिंग के बाद ममता सरकार आखिरकार झुक गई है। डॉक्टरों के दबाव में सरकार ने पुलिस कमिश्नर और दो हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों को हटाने का फैसला लिया है।
कोलकाता रेप-मर्डर केस को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों से मुलाकात के बाद बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि वह प्रदर्शनकारी डॉक्टरों की पांच में से तीन मांगों पर सहमत हो गई हैं। इन तीन मांगों में से दो मांगों - स्वास्थ्य विभाग के दो शीर्ष अधिकारियों और कोलकाता पुलिस प्रमुख को हटाने की मांग को मान लिया गया है। इसके साथ ही उत्तरी क्षेत्र के पुलिस प्रमुख को भी हटा दिया जाएगा। कल शाम चार बजे नए कमिश्नर अपना पद ग्रहण करेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि बैठक सकारात्मक रही। मुझे यकीन है कि वे (जूनियर डॉक्टर) भी यही सोचते हैं।
सीएम ने कहा कि अब जबकि हमने उनकी मांगे मान ली है। तो मुझे पता है कि वह क्या करेंगे। वह जाएंगे और फिर चर्चा करेंगे और फिर धरना खत्म करने के विषय में फैसला करेंगे। मैंने उनसें कहा है कि आप काम पर लौट आइए किसी भी प्रदर्शनकारी के खिलाफ कोई ऐक्शन नहीं लिया जाएगा। मैंने उन बीमार लोगों का हवाला देते हुए उनसे कहा है कि आप मेरे लिए नहीं, किसी के लिए नहीं तो कम से कम उन मरीजों के लिए काम पर वापस लौट आइए जो आपकी गैर-मौजूदगी में अस्पतालों में इलाज के लिए तरस रहे हैं। वैसे भी हमारे कुछ जिलों में अभी बाढ़ के हालात हैं ऐसे में उनको डॉक्टरों की ज्यादा जरूरत है।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता और प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के बीच में यह पांचवी बैठक थी। करीब ढ़ाई घंटे चली इस मीटिंग के बाद सीएम ममता की यह घोषणा आधी रात को हुई। ममता बनर्जी की इस घोषणा को प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के सामने उनके झुकने के रूप में देखा जा रहा है। क्योंकि ममता बनर्जी ने कुछ ही दिनों पहले कहा था कि वह पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल को दुर्गा पूजा तक उनके पद पर बनाए रखेंगी।
बातचीत रिकॉर्ड करने के लिए स्टेनोग्राफर साथ ले गए थे डॉक्टर
आज हुई इस मीटिंग में डॉक्टरों का प्रतिनिधि मंडल अपने साथ दो स्टेनोग्राफ्रर्स को भी लेकर गया था। क्योंकि पहली चार मीटिंग में डॉक्टर्स की तरफ से डिमांड की गई थी कि मीटिंग को लाइव टेलीकास्ट या फिर इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग की जाए। लेकिन इस मांग को सरकार ने मानने से इंकार कर दिया था इसके चलते यह मीटिंग हो नहीं पाई थी। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से भी कहा गया था कि प्रदर्शन कारी डॉक्टर वापस काम पर लौट जाएं किसी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं होगा। इस मीटिंग के बाद सरकार की तरफ से बताया गया कि डॉक्टर्स की तरफ से 42 लोगों ने मिनिट्स ऑफ मीटिंग पर हस्ताक्षर किया और सरकार की तरफ से मुख्य सचिव मनोज पंत ने साइन किए।
आज सीबीआई सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करेगी अपनी स्टेटस रिपोर्ट
कोलकाता रेप-मर्डर मामले में सीबीआई आज अपनी दूसरी स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करेगी। 9 सितंबर को दाखिल की गई अपनी पहली रिपोर्ट में सीबीआई ने कई बड़े खुलासे किए थे, जिसके बाद कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल घोष की मुश्किलें बढ़ गई थीं।
9 अगस्त को आरजी कर मेडीकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप-मर्डर के मामले में ममता सरकार ने प्रदर्शनकारी छात्रों की कुछ मांगों को मान लिया है। अब गेंद डॉक्टरों के पाले में है कि उनकी तरफ से इस मामले पर क्या कहा जाता है। क्योंकि डॉक्टर मुख्य रूप से पांच मांगों को लेकर गए थे, जिनमें से केवल तीन मांगों को माना गया है।
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