ऑपरेशन सिंदूर से आतंकियों की उड़ी नींद, अब जैश ए मोहम्मद तैयार कर रहा महिलाओं की ब्रिगेड
संक्षेप: भारत ने बीते मई महीने में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर में स्थित ठिकाने को पूरी तबाह कर दिया था। इस दौरान जैश के मुखिया मसूद अजहर का भाई समेत परिवार के कई सदस्य भी मारे गए।

ऑपरेशन सिंदूर में भारत से पिटकर पाकिस्तान समर्थित आतंकी बौखलाए हुए हैं। भारत ने बीते मई महीने में इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद का हेडक्वार्टर भी शामिल था। अब एक रिपोर्ट के जरिए यह बात सामने आई है कि जैश के आतंकी भारत के खिलाफ नई साजिश रच रहे हैं।
न्यूज 18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद (JeM) अब महिलाओं का एक ब्रिगेड बना रहा है। 2024 के बाद से महिलाओं के बीच प्रभाव बढ़ाने के मकसद से जैश ने ‘जमात अल-मुमिनात’ नाम की महिलाओं की ब्रिगेड तैयार की है। जानकारी के मुताबिक इस ग्रुप का जिक्र एक सर्कुलर में किया गया है, जिसका इस्तेमाल महिला सदस्यों की भर्ती और उन्हें प्रभावित करने के लिए किया जा रहा है।
क्या है ‘जमात अल-मुमिनात’?
रिपोर्ट में खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के हवाले से बताया गया कि ‘जमात अल-मुमिनात’ जैश-ए-मोहम्मद का महिला विंग है, जो साइकोलॉजिकल वारफेयर और ग्राउंड लेवल पर भर्ती के लिए काम कर रहा है। यह ग्रुप जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश और दक्षिण भारत के राज्यों में ऑनलाइन नेटवर्क के जरिए सक्रिय है। इसका असली धर्म के नाम पर महिलाओं का ब्रेनवाश करना है।
कैसे साजिश रच रहे जैश के सरगना?
सूत्रों ने बताया कि जैश के सर्कुलर में मक्का और मदीना की तस्वीरें लगाई गई हैं ताकि संगठन की बातों को धार्मिक रंग दिया जा सके। वहीं इसके जरिए पढ़ी-लिखी और शहरी मुस्लिम महिलाओं को आकर्षित करने के लिए भावनात्मक बातें भी लिखी गई हैं। सूत्रों के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद की तरह ‘जमात अल-मुमिनात’ भी सेल-आधारित स्ट्रक्चर पर काम करती है। इसके अलग-अलग ग्रुप सोशल मीडिया और मदरसों के नेटवर्क के जरिए महिलाओं को भर्ती करने, चंदा जुटाने और संदेश पहुंचाने का काम करते हैं। सर्कुलर के पाकिस्तानी कनेक्शन के भी पक्के सबूत मिले हैं।





