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सेना को 'डिजिटल तलवार' की तलाश, साइबर और इंफॉर्मेशन वॉर से निपटने का प्लान रेडी

सेना को 'डिजिटल तलवार' की तलाश, साइबर और इंफॉर्मेशन वॉर से निपटने का प्लान रेडी

संक्षेप: ऑपरेशन सिंदूर से पहले पाकिस्तान ने साइबर और इंफॉर्मेशन वॉर के जरिए भारतीय सेना को निशाना बनाया। हजारों फर्जी तस्वीरें और वीडियो वायरल किए गए। साथ ही सुरक्षित नेटवर्क में घुसपैठ की कोशिशें की हुईं।

Tue, 9 Sep 2025 10:55 AMNiteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तान
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सेना साइबर और इंफॉर्मेशन वॉर के बढ़ते खतरों से निपटने पर काम कर रही है। इसके लिए स्वदेशी तकनीकी की भी तलाश जारी है। इसमें डीप फेक डिटेक्शन सॉफ्टवेयर, साइबर रेंज के जरिए सैनिकों को ट्रेनिंग और मैन-पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरण शामिल हैं। सुरक्षा बलों का लक्ष्य ऐसी तकनीक हासिल करना है जो संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रखे। इसके लिए डीप फेक डिटेक्शन सॉफ्टवेयर की मांग की जा रही है, जो लगभग रीयल-टाइम में 100% सटीक जानकारी दे सकता है। यह एक तरह की ‘डिजिटल तलवार’ होगी।

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ऑपरेशन सिंदूर से पहले पाकिस्तान ने साइबर और इंफॉर्मेशन वॉर के जरिए भारतीय सेना को निशाना बनाया। हजारों फर्जी तस्वीरें और वीडियो वायरल किए गए। साथ ही सुरक्षित नेटवर्क में घुसपैठ की कोशिशें की हुईं। सेना का कहना है कि नया सॉफ्टवेयर भविष्य के लिए तैयार होना चाहिए, क्योंकि डीप फेक बनाने के नए तरीके सामने आ रहे हैं। इसके लिए साइबर रेंज की स्थापना भी जरूरी है, जो सैनिकों को आक्रामक और रक्षात्मक साइबर रणनीतियों की ट्रेनिंग दे।

किस तरह की आधुनिक तकनीक की जरूरत

सशस्त्र बलों की साइबर और सूचना युद्ध रणनीति को मजबूत करने के लिए 20 साइबर रेंज लाइसेंस की जरूरत है, जो प्रत्येक 200 यूजर्स को मेल सर्वर और वॉयस ओवर इंटरनेट जैसे हमलों व बचाव का प्रशिक्षण दे सके। अंतरिक्ष में साइबर सुरक्षा के लिए उपग्रहों में क्वांटम-एन्क्रिप्टेड डाउनलिंक, एआई-संचालित मिशन और ऑनबोर्ड साइबर डिफेंस सिस्टम चाहिए। युद्ध के दौरान सुरक्षित बातचीत के लिए हजारों सॉफ्टवेयर-डिफाइंड रेडियो की जरूरत होगी, जो डेटा साझा कर सकें। दुश्मन के ड्रोन, रेडियो लिंक और जीपीएस सिग्नल को जाम करने या भटकाने के लिए मैन-पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेजर किट की भी मांग रखी गई है।

Niteesh Kumar

लेखक के बारे में

Niteesh Kumar
नीतीश 7 साल से अधिक समय से मीडिया इंडस्ट्री में एक्टिव हैं। जनसत्ता डिजिटल से बतौर कंटेंट प्रोड्यूसर शुरुआत हुई। लाइव हिन्दुस्तान से जुड़ने से पहले टीवी9 भारतवर्ष और दैनिक भास्कर डिजिटल में भी काम कर चुके हैं। खबरें लिखने के साथ ग्राउंड रिपोर्टिंग का शौक है। लाइव हिन्दुस्तान यूट्यूब चैनल के लिए लोकसभा चुनाव 2024 की कवरेज कर चुके हैं। पत्रकारिता का पढ़ाई IIMC, दिल्ली (2016-17 बैच) से हुई। इससे पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी के महाराजा अग्रसेन कॉलेज से ग्रैजुएशन किया। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के रहने वाले हैं। राजनीति, खेल के साथ सिनेमा में भी दिलचस्पी रखते हैं। और पढ़ें
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