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भारत से पंगा ले चुका है यह देश, अब पाकिस्तान का नाम लेकर ट्रंप की तारीफ कर रहा

भारत से पंगा ले चुका है यह देश, अब पाकिस्तान का नाम लेकर ट्रंप की तारीफ कर रहा

संक्षेप: भारत ने हालांकि पाकिस्तान के साथ सैन्य कार्रवाई स्थगित करने में किसी तीसरे पक्ष की भूमिका को सिरे से खारिज किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर विदेश मंत्रालय ने साफ किया है कि भारत और पाकिस्तान के संघर्ष विराम में किसी तीसरे पक्ष की भूमिका नहीं थी। वह द्विपक्षीय फैसला था।

Wed, 8 Oct 2025 09:19 AMNisarg Dixit लाइव हिन्दुस्तान
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कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने भारत और पाकिस्तान के बीच 'शांति' लाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मंगलवार को सराहना की और अमेरिकी नेता को 'परिवर्तन लाने वाला राष्ट्रपति' करार दिया। ट्रंप ने लगभग 50 बार यह दावा दोहराया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव रोकने में मदद की है।

ओवल ऑफिस में ट्रंप के साथ द्विपक्षीय वार्ता के दौरान कार्नी ने कहा, 'आप परिवर्तन लाने वाले राष्ट्रपति हैं... अर्थव्यवस्था में परिवर्तन, नाटो साझेदारों की रक्षा व्यय के प्रति अभूतपूर्व प्रतिबद्धता, भारत और पाकिस्तान से लेकर अजरबैजान और आर्मेनिया तक शांति की दिशा में प्रयास, और ईरान को आतंक की शक्ति के रूप में कमजोर करना, ये सब आपके नेतृत्व में संभव हुआ है।' अप्रैल में प्रधानमंत्री चुने गए कार्नी इस वर्ष मई में व्हाइट हाउस आए थे।

भारत ने हालांकि पाकिस्तान के साथ सैन्य कार्रवाई स्थगित करने में किसी तीसरे पक्ष की भूमिका को सिरे से खारिज किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर विदेश मंत्रालय ने साफ किया है कि भारत और पाकिस्तान के संघर्ष विराम में किसी तीसरे पक्ष की भूमिका नहीं थी। वह द्विपक्षीय फैसला था।

भारत ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के जवाब में सात मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे को निशाना बनाने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की थी। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 नागरिक मारे गए थे। भारत और पाकिस्तान चार दिन तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद 10 मई को संघर्ष समाप्त करने के लिए एक समझौते पर पहुंचे थे।

ट्रंप के दावे

ट्रंप ने सोमवार को शुल्क के इस्तेमाल को युद्ध रोकने का एक कारगर उपाय बताते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के हालिया संघर्ष के दौरान दोनों देशों के साथ उनका संवाद 'काफी प्रभावी' रहा। उन्होंने व्यापार का इस्तेमाल कर परमाणु हथियारों से लैस दोनों देशों के बीच संघर्ष समाप्त कराने के अपने दावे को दोहराया।

ट्रंप ने सोमवार को ओवल ऑफिस में कहा, 'अमेरिका के लिए शुल्क बहुत महत्वपूर्ण हैं। इससे हम न सिर्फ अरबों डॉलर कमाते हैं, बल्कि शुल्क की वजह से ही हम शांतिदूत भी बन गए हैं।' अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अगर उन्होंने 'शुल्क की ताकत' का इस्तेमाल नहीं किया होता तो चार युद्ध अब भी जारी रहते।

ट्रंप ने कहा, 'मैं युद्ध रोकने के लिए शुल्क का इस्तेमाल करता हूं। अगर आप भारत और पाकिस्तान को देखें, तो वे युद्ध के लिए तैयार थे। सात विमान मार गिराए गए थे। वे परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं।'

उन्होंने कहा, 'मैं यह नहीं बताना चाहता कि मैंने दरअसल क्या कहा, लेकिन मैंने जो कहा वह बहुत प्रभावी था। उन्होंने संघर्ष रोक दिया और यह शुल्क की वजह से हुआ था। इसका आधार व्यापार था।'