
इलियास कश्मीरी ने खोली पाक की पोल, कहा- मुनीर के कहने पर आतंकियों के जनाजे में आई थी सेना
संक्षेप: पाकिस्तान की ओर से अभी तक इन हालिया दावों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। भारत ने अक्सर पाकिस्तान पर कट्टरवादी समूहों की गतिविधियों के लिए सीधे तौर पर कार्रवाई का आरोप लगाया है।
पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी के एक ऑनलाइन वीडियो में किए गए दावों ने एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है। कश्मीरी ने कहा है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख असिम मुनिर ने देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों को भारत के ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शामिल होने का आदेश दिया था।

वीडियो में इलियास कहता है, “GHQ ने शहीदों का सम्मान करने और उन्हें सलामी देने का आदेश दिया। कॉर्प्स कमांडरों को जनाजा के साथ-साथ वर्दी में उसकी हिफाजत करने के लिए कहा गया।” यह दावा पाकिस्तान की ओर से पहले से की जा रही खारिजों और अंतरराष्ट्रीय असंतोष के बीच सामने आया है। मई में आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में सेना अधिकारियों की उपस्थिति की तस्वीरें सार्वजनिक हुई थीं। उस समय इस तरह की उपस्थिति और इशारों पर पाकिस्तान सरकार ने एतराज जताया था।
इसी वीडियो में इलियास ने अपने सरगना मौलाना मसूद आजहर की भारत की धरती पर चल रही कार्रवाईयों में भूमिका का भी जिक्र किया और दावा किया कि आजहर ने IC-814 विमान अपहरण के बाद तिहाड़ से भागकर पाकिस्तान में बलाकोट जैसे इलाकों को अपना आधार बनाया और वहीं से दिल्ली और मुम्बई पर हमलों की योजनाएं आगे बढ़ाईं।
दूसरी ओर एक और वीडियो में लश्कर-ए-तैबा (LeT) के उप प्रमुख सैफुल्लाह कसूरी ने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान सरकार और सेना आतंकवादी संगठन को मुरिदके में अपने मुख्यालय को फिर से बनाने के लिए वित्तीय मदद कर रही है, जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान नष्ट हुआ था। उन्होंने सार्वजनिक समर्थन की अपील करते हुए कहा कि जो कुछ भारत कर रहा है, उसका बदला लिया जाएगा।
पाकिस्तान की ओर से अभी तक इन हालिया दावों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। भारत ने अक्सर पाकिस्तान पर कट्टरवादी समूहों की गतिविधियों के लिए सीधे तौर पर कार्रवाई का आरोप लगाया है।





