आप राहुल को क्यों अध्यक्ष देखना चाहते हैं?
बघेल ने कहा- आज देशभर में कार्यकर्ताओं की स्वीकार्यता राहुल गांधी जी की है, किसी और नेता की स्वीकार्यता इतनी नहीं है। वह लगातार देश में घूमते रहे हैं। उन्हें मुद्दों की समझ है और बिना झिझके हर बात कहते हैं। चाहे सीमा, लॉकडाउन या जीएसटी की बात हो वह सबसे पहले बोलते हैं। उनके जैसा अभी दूसरा कौन है राष्ट्रीय स्तर पर।
पार्टी के भीतर रखनी चाहिए बात: बघेल
गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल बहुत वरिष्ठ नेता है। मंत्री रहे हैं। उन्हें काम का लाभ और सम्मान मिला है। यही लोग हमें सिखाते थे कि कोई बात पार्टी फोरम में करनी चाहिए। यही बात उनपर भी लागू होती है। वे लोग बहुत वरिष्ठ हैं इसलिए उनके खिलाफ नहीं बोलना चाहता। हम लोग भी कभी इन्हीं नेताओं के माध्यम से अपनी बात अध्यक्ष तक पहुंचाते थे। आज माध्यम बदल गए होंगे।
बिहार में भी एजेंसियों का भी दुरुपयोग
बघेल ने कहा- एक तरफ बिहार के जनता की मूड की बात करें तो तेजस्वी या महागठबंधन की जनसभाओं को देख लीजिए। दूसरी तरफ एनडीए गठबंधन में कुर्सियां खाली थीं। उसके बाद जो रिजल्ट आया है, अचंभित करने वाला है। तेजस्वी यादव काउंटिंग पर प्रश्न लगाकर कोर्ट जा रहे हैं। कहीं ना कहीं एजेंसियों का दुरुपयोग हुआ है। आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनी है। 122 से आप कितने आगे हैं और महागठबंधन कितना पीछे है।
क्या कांग्रेस पार्टी के लिए सबसे खराब समय है?
जो आंकड़े हैं वह सबके सामने है। जो जनादेश है उसे पावर के द्वारा कैसे बदला जाता है यह हमने गोवा, राजस्थान, कर्नाटक, मध्य प्रदेश में देखा है। जैसे केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है।
'भारत सरकार बताए- राज्यों को मुफ्त में वैक्सीन देगी या नहीं'
बघेल ने कहा- भारत सरकार ने जो गाइडलाइन दी है उसे हम लोग फॉलो कर रहे हैं। सारे पत्रकार यही पूछ रहे हैं कि क्या आप वैक्सीन फ्री में देंगे। यह सवाल भारत सरकार के मंत्रियों से क्यों नहीं पूछा जा रहा है। क्या यह संकेत मिल गया है कि भारत सरकार मुफ्त में नहीं देगी, राज्यों पर थोपा जाएगा। जैसा कि बिहार में चुनाव जीतने पर राज्य सरकार की ओर से मुफ्त में वैक्सीन देने की बात कही गई है। भारत सरकार क्या करेगी वह बताए। क्या भारत सरकार राज्यों को मुफ्त में वैक्सीन देगी या राज्यों और केंद्र को कितना-कितना खर्च करना होगा।
केंद्र सरकार से सहयोग नहीं: बघेल
भूपेश बघेल ने कहा- केंद्र सरकार ने पहले कहा कि 21 दिन में कोरोना से जीत जाएंगे। थाली और ताली बजाने का काम शुरू हुआ। लॉकडाउन में जो व्यापारा, कारोबार प्रभावित हुआ और मजदूरों को पैदल घरों के लिए निकलना पड़ा। लेकिन छत्तीसगढ़ में हमने ऐसा नहीं होने दिया। हमारे पास 7 लाख लोग आए और केवल 26 हजार आए। उद्योगों को हमने बंद नहीं होने दिया। दूसरे राज्यों में लेबर कमी की वजह से औद्योगिक उत्पादन नहीं हो पा रहा है। मैं नहीं मानता कि केंद्र सरकार का कोई योगदान रहा।
'मजदूरों को राज्य में ही दिया काम'
सात लाख मजदूर बाहर आए, लेकिन यहां से बाहर जाने वालों की संख्या केवल 26 हजार है। मजदूरों को लगातार काम मिलता रहा।
लॉकडाउन में सबसे पहले मुफ्त राशन दिया: बघेल
छत्तीसगढ़ के सीएम ने कहा- दुनिया की तरह हमारे सामने भी चुनौती रही है। जैसे पीएम मोदी अचानक टीवी पर आते हैं और नोटबंदी का ऐलान करते हैं उसी तरह अचानक लॉकडाउन लगाते हैं। हमने सबके साथ चर्चा की कि लॉकडाउन पड़ने से किन पर असर पड़ेगा। हमने हर परिवार को 3 महीने तक राशन दिया। प्रति परिवार 35 किलो राशन दिया। हमने देश में सबसे पहले यह किया।
'निकट भविष्य में रिजर्व बैंक से ब्याज दरों में कटौती ना कर पाए आरबीआई'
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा, ''केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति एक समायोजित रुख अपनाएगी।''
'अफॉर्डेबल हाउजिंग सेक्टर में तेजी'
एसबीआई चेयरमैन ने कहा, ''होम लोन वितरण में हमने 12 फीसदी का इजाफा देखा है। देश के अलग-अलग हिस्सों में ट्रेंड अलग हो सकता है। लेकिन मांग में तेजी आई है। खासकर अफॉर्डेबल हाउजिंग सेक्टर में। इस सेक्टर में आगे बढ़ने की संभावना दिख रही है।"
अनलॉक के बाद एक्टिविटी से उम्मीदें'
एसबीआई चेयरमैन ने कहा, ''अनलॉक के बाद हर दिन एक नया दिन है। जिस तरह से अर्थव्यवस्था में रिवाइवल हो रहा है, इससे बहुतों को उम्मीदें मिल रही हैं। इवैल्युएशन मैट्रिक्स कॉर्पोरेट हाउसेज में भी बदलाव देख रहे हैं। लोग मांग में वृद्धि का इंतजार करेंगे।''
बैंकों के कॉर्पोरेट ऑनरशिप पर बोले दिनेश खारा
एसबीआई चेयरमैन ने कहा, ''कॉर्पोरेट हाउसेज फंड्स को लेकर चिंतित हैं, कुछ और मुद्दे हैं जिसको लेकर उन्होंने बैंकिंग लाइसेंस को लेकर अधिक दिलचस्पी नहीं दिखाई है। मुझे विश्वास है कि यह अगले साल मार्च तक होगा।
यस बैंक की असफलता पर यह बोले एसबीआई चेयरमैन
खारा ने कहा, ''जब रेग्युलेशन हैं, एक अहम पहलू यह है कि किस तरह इन्हें मैनेजमेंट की ओर से लागू किया जाता है। हो सकता है कि कॉर्पोरेट गवर्नेंस को ठीक से लागू नहीं किया गया, जिसकी वजह से यश बैंक और इस तरह के दूसरे मामले आए।
दूसरी तिमाही में कम होगा संकुचन
खारा ने कहा-दूसरी तिमाही में काफी सुधार हुआ है। अनलॉक के साथ डिमांड में तेजी आई है। पहली तिमाही के मुकाबले अर्थव्यवस्था में संकुचन में कमी आएगी। मैं उम्मीद करता हूं 8-9 फीसदी के बीच संकुचन हो सकता है।
पश्चिम बंगाल में 2 तिहाई बहुमत
राजनाथ सिंह ने कहा- पश्चिम बंगाल में इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है कि बीजेपी दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाने की स्थिति में होगी। बहुमत तो मिलेगा ही दो तिहाई बहुमत मिलेगा।
पाक के डोजियर में तथ्य नहीं
जब भी पाकिस्तान ने कोई डोजियर पेश किया है, केवल दुनिया को गुमराह करने की कोशिश की है, उसमें कोई तथ्य नहीं होता।
किसानों से बीतचीत को तैयार: राजनाथ
राजनाथ सिंह ने कहा- मैं किसान का बेटा होने की वजह से कह सकता हूं कि जो फैसले लिए गए हैं इससे छोटे किसानों की आमदनी में इजाफा होगा। छोटे किसानों को लाभ होगा। कुछ मित्रों को यह बात समझ नहीं आ रही है। कुछ जिलों तक ही यह आंदोलन सिमटा हुआ है। हम कहते हैं आंदोलन ना करें आकर बातचीत करें। वे कहते हैं कि मंडी बंद हो जाएगी। मैंने हर क्लाउज को पढ़ा है। मंडी व्यवस्था समाप्त नहीं होगी, एमएसएपी व्यवस्था चलती रहेगी। मैं किसानों से बीतचीत के लिए तैयार हूं। मैं रक्षा मंत्री हूं, लेकिन किसान का बेटा होने के नाते उनसे बात करने को तैयार हूं। वे कहेंगे कि राजनाथ सिंह यहां आकर बात करो तो मैं जाने को तैयार हूं। वह मेरे घर आएंगे तो मैं स्वागत करूंगा।
पीएमओ का हस्तक्षेप नहीं
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- कहीं पर भी पीएमओ का कोई हस्तक्षेप नहीं रहा है। जहां जरूरत पड़ी हमने पीएम से सलाह ली है। कुछ ऐसे फैसले होते हैं जिसके लिए अपने लीडर से बात करने की जरूरत होती है। हमें किसी मामले में उन्होंने कोई हस्तक्षेप नहीं किया है। जहां जरूरत पड़ी तो उन्होंने सलाह दी है।
बिहार के चुनाव को कैसे देखते हैं
एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिला है। 15 सालों के बाद भी बिहार की जनता ने स्पष्ट बहुमत मिला है तो जनता का आभार। मोदी जी की योजनाओं का भी फायदा मिला है। वहां की सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है। नीतीश कुमार जी की छवि बहुत साफ है।
क्या दोहरे मोर्चे पर जंग छिड़ सकती है?
पाकिस्तान एलओसी को हॉट बनाकर रखना चाहता है। कोई घटना होगी तो जवाब देंगे। पहले भारत के अंदर ही जवाब देते थे अब जरूरत होती है तो एलओसी पार जाकर भी जवाब देते हैं।
चीन से बातचीत जारी, लेकिन परिणाम की गारंटी नहीं
बातचीत का सिलसिला जारी है, परिणाम क्या होंगे इसकी गारंटी नहीं दे सकता। बातचीत हुई थी और आगे बातचीत होने वाली है। ऐसा चीन की ओर से भी कहा गया है। लेकिन उसके लिए डेट फाइनल नहीं है।
हम युद्ध नहीं करना चाहते, लेकिन इसके लिए तैयार है- रक्षामंत्री राजनाथ सिंह
भारत कभी आक्रामक नहीं रहा है, लेकिन युद्ध ना हो इसके लिए आवश्यक है कि हम युद्ध के लिए तैयार रहें। भारत के इतिहास के पन्नों को कोई पलट कर देखे तो भारत ने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया, किसी की एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं किया। भारत देश के रहने वाले ऋषियों मुनियों ने पूरे विश्व में रहने वाले लोगों को परिवार माना है। हम युद्ध नहीं करना चाहते, लेकिन युद्ध की तैयारी है ताकि युद्ध ना होने पाए। भारत की एक इंच जमीन पर भी कोई कब्जा नहीं कर सकता।
चीन से चल रही बातचीत
पीएलए भी उधर तैनात है, यहां हमारी भारतीय सेना तैनात है। सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर भी बातचीत चल रही है। देखते हैं क्या नतीजा निकलता है। देश की जनता को यकीन होगा कि हमारे सेना के जवानों ने जिस शौर्य का परिचय दिया है उससे हमारा मस्तक ऊंचा हुआ है।
समय के साथ सुरक्षा को अपग्रेड करने की जरूरत रहती है: राजनाथ
जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद सिविल-मिलिट्री कॉर्डिनेशन में बदलाव आया है। नॉर्थईस्ट में भी बदलाव आया है। नेशनल सिक्यॉरिटी के लिए जो अप्रोच है उसके सकारात्म नतीजे मिल रहे हैं। सुरक्षा को लेकर कितनी ही अच्छी व्यवस्था बना लें, समय के साथ अपग्रेड करने की जरूरत रहती है।
हम भारत को एक्सपोर्टिंग कंट्री बनाना चाहते हैं: राजनाथ सिंह
पीएम के नृतृत्व में कई सुधार किए गए हैं। वन रैंक वन पेंशन, सीडीएस का गठन जैसे फैसले सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेंगे। मेक इन इंडिया के तहत स्वदेशी डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग पर जोर दे रहे हैं। हम चाहते हैं कि यहां बने उपकरण भारत के साथ मित्र देशों की जरूरतें पूरी करें। हम भारत को एक्सपोर्टिंग कंट्री बनाना चाहते हैं। हमारी सरकार ने आयात घटना के लिए 101 उपकरणों की लिस्ट जारी की है, इन्हें आयात करने की बजाय इनका यहीं उत्पादन करेंगे।
कुछ देशों के भारत विरोधी रवैये में कोई बदलाव नहीं आया है: राजनाथ
भारत जैसे देशों के लिए एक खतरा है हाईब्रिड वॉरफेयर। इसमें गैर परंपरागत युद्ध के तरीके होते हैं। इसमें स्टेट के साथ नॉन स्टेट एक्टर बड़ा खतरा बन जाते हैं। कुछ देशों के भारत विरोधी रवैये में कोई बदलाव नहीं आया है। आने वाले समय में जंग का दायरा बढ़ने वाला है। चल, थल, वायु के बाद स्पेस और लोगों के दिलों में भी लड़ा जाएगा। इसे समझना काफी जरूरी है। हमारी सरकार आने वाले खतरों से निपटने के लिए लगातार तैयारी कर रही है।
भारत चीन के बीच सीमा को लेकर मतभेद: राजनाथ सिंह
भारत चीन के बीच सीमा को लेकर मतभेद है, इसके बावजूद कुछ ऐसे समझौते हुए हैं जिसका पालन करते हुए दोनों देशों की सेनाएं एलएसी पर पट्रोलिंग करती हैं। हम किसी को एकतरफा बदलाव की आजादी नहीं दे सकते हैं। सेना को पूरी छूट है कि किसी भी बदलाव का पूरी ताकत से विरोध करें। गलवान में उन्होंने यही किया और पीएलए सैनिकों को पीछे जाने पर मजबूर कर दिया। भारत और चीन के बीच बातचीत से सीमा विवाद का हल हो।
आतंकवाद फैलाने वाले पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है: राजनाथ सिंह
भारत अब सॉफ्ट टारगेट नहीं रहा, आतंकवाद फैलाने वाले पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। आतंकी ढांचे को नष्ट किया जा रहा है। फाइनेंशल नेटवर्क को तोड़ा जा रहा है। भारत ने दुनिया में कूटनीतिक दबाव बनाया है। पाकिस्तान एक्सपोज हो चुका है। आए दिन पाकिस्तान पर एफएटीएफ की तलवार लटकती नजर आती है।
समुद्र और आसमान में भी तैयार
भारतीय सेना ने आतंकवाद के खिलाफ ऐसी कठोर कार्रवाई की है, जो भारत के इतिहास में नहीं मिलता। पाकिस्तान को आतंकवाद के खात्मे को लेकर खिसियाहट है कि लगातार सीजफायर उल्लंघन किया जा रहा है। इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। समुद्र और आसमान में भी हमारी तैयारी पहले से पुख्ता है। 26/11 हमले के आतंकी समुद्र के रास्ते से आए थे, इसके बाद कोस्ट गार्ड में व्यापक बदलाव किया गया। त्रिस्तरीय सुरक्षा तैयार की गई है।
भारत में फिर नहीं हो सकता 26/11 जैसा हमला
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- 26 नवंबर राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से अहम है, 12 साल पहले मुंबई में ऐसा हमला हुआ था जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा पर नीति को बदलना पड़ा। 26/11 की घटना को भुलाया नहीं जा सकता, राष्ट्रीय संप्रभुता को चुनौती दी गई थी। 166 जिंदगियां जो भारत ने खोई थी उसकी याद केवल उन परिवारों के मन में नहीं, राष्ट्र के मन में है। देश की सुरक्षा को लेकर कई बदलाव किए गए हैं। उससे हम देशवासियो को विश्वास दिलाते हैं कि भारत ने आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को इतना मजबूत कर लिया है कि एक और 26/11 भारत में होना नामुमकिन हो गया है। अभी आपने देखा होगा कि चार आतंकवादियों को उसी तरह के हमले के लिए भेजा गया था, लेकिन उन्हें मार गिराकर पाकिस्तान की नापाक साजिश को नाकाम कर दिया गया।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह करेंगे तीसरे दिन की शुरुआत
हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट 2020 के तीसरे दिन आज सबसे पहले देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल होने जा रहे हैं।
शामिल हो चुके हैं ये दिग्गज
पहले दिन एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया, ब्राउन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के डीन डॉ. आशीष के झा और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाल ने कोरोना महामारी पर बात की थी। दूसरे दिन पूर्व क्रिकेट कप्तान कपिल देव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हिस्सा लिया था।