हथकड़ियां लगाकर जानवरों की तरह घुमाया गया, नई दुल्हन के साथ अमेरिका ने क्यों की बदसलूकी
अमेरिका में हनीमून पर गई एक फिलिस्तीनी महिला को हिरासत में ले लिया गया। उसे दो बार डिपोर्ट करने की कोशिश की गई। महिला ने हिरासत से छूटने के बाद अपना दर्दनाक अनुभव बताया। उसने कहा कि उसे हथकड़ियां पहनाकर जानवरों की तरह घुमाया जाता था।

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की सरकार आने के बाद बड़ी संख्या में लोगों को डिपोर्ट किया गया। अमेरिका से बहुत सारे लोगों को भारत भी भेजा गया है। जिस तरह से हाथों में हथकड़ी लगाकर लोगों को डिपोर्ट किया जा रहा था, उसे मानवीय नजरिए से सही नहीं कहा जा सकता। इसी तरह हनीमून मनाने गई दुल्हन ने हिरासत से छूटने के बाद बताया कि किस तरह उसे हथकड़ी पहना दी गईं और फिर जानवरों की तरह घुमाया गया।
वार्ड सकीक नाम की एक फिलिस्तीनी महिला को हनीमून के दौरान ही हिरासत में ले लिया गया था। वह अपने पति के साथ वर्जिन आइलैंड गई थी। 22 साल की सकीक ने बताया कि वह हनीमून से वापस लौट रही थी कि मियामी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उसे हिरासत में ले लिया गया। छूटने के बाद उन्होंने बताया कि 16 घंटे तक उन्हें बिना खाना, पानी हथकड़ी पहनाकर रखा गया।
सकीक ने बताया, मुझे जानवरों की तरह घुमाया जा रहा था। अमेरिकी प्रशासन मुझे ऐसी जगह छोड़ देना चाहता था जहां के बारे में मुझे कुछ पता ही नहीं है। बता दें कि सकीक की ताहिर शेख नाम के अमेरिकी नागरिक से शादी हुई है। सकीक ने ग्रीन कार्ड के लिए अप्लाई किया था जो कि प्रॉसेस में था। ऐसे में ताहिर नहीं चाहता था कि वे किसी मुसीबत में फंसें। इसीलिए उन्होंन हनीमून के लिए वर्जिन आइलैंड पर जाने का फैसला किया। इसके बावजूद सकीक को रास्ते में हिरासत में ले लिया गया।
सकीक ने कहा, तीन महीने बाद में कोई पेड़ देख पा रही हूं। हिरासत से छूटने के बाद वह बेहद खुश थी। उन्होंने कहा, अब मैं बिना हथकड़ियों और शीशे की दीवार के अपने पति को छू सकती हूं। अब मैं स्वतंत्र हूं। अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट ने कहा कि सकीक ने इंटरनेशनल वॉटर पर उड़ान भरी थी। बता दें कि वर्जिन आइलैंड को अमेरिका ने पासपोर्ट फ्री कर रखा है।
वार्ड सकीक का जन्म सऊदी अरब में एक फिलिस्तीनी परिवार में हुआ था। सऊदी अरब में जन्म के आधार पर नागरिकता दी नहीं जाती है। ऐसे में सकीक के पास किसी भी देश की नागरिकता नहीं थी। उनका परिवार टूरिस्ट वीजा पर अमेरिका आ गया। उन्होंने शरण के लिए आवेदन दिया जिसे खारिज कर दिया गया। इसके बाद रेग्युलर चेकइन के भरोसे वे टेक्सास में रहने लगे। सकीक ने टेक्सास में ही अपनी पढ़ाई पूरी की। 28 साल के ताहिर शेख के साथ उन्होंने शादी की और फिर ग्रीन कार्ड के लिए अप्लाई की।
शादी के 10 दिन बाद ही सकीक को हिरासत में ले लिया गया। अमेरिकी सरकार ने उन्हें दो बार डिपोर्ट करने की कोशिश भी की। पहली बार उन्हें इजरायल की सीमा पर छोड़ने का प्लान बनाया गया था। हालांकि तभी इजरायल ने ईरान पर हमला कर दिया। दूसरी बार कोर्ट ने डिपोर्टेशन पर रोक लगा दी।