दुर्गा पूजा से पहले सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, 24-25 सितंबर को ही मिलेगा वेतन
संक्षेप: राज्य सरकार के वित्त विभाग ने घोषणा की है कि 26 सितंबर से 7 अक्टूबर तक राज्य सरकारी दफ्तरों में छुट्टी रहेगी। ऐसे में 24 और 25 सितंबर को ही कर्मचारियों को सितंबर माह का वेतन दिया जाएगा।

22 सितंबर से दुर्गा पूजा की शुरुआत हो रही है। इसी दिन से जीएसटी के नए दरों को व्यवहार में लाया जाना है। जरूरत की कई चीजें सस्ती होने वाली है। इस सबके बीच सरकारी कर्मचारियों को अपने वेतन का इंतजार है, जो कि इस महीने पहले मिल सकता है। सुप्रीम कोर्ट में लंबित महंगाई भत्ता (डीए( मामले के फैसले का इंतजार कर रहे पश्चिम बंगाल के सरकारी कर्मचारियों के लिए राहत की खबर है। वे दुर्गा पूजा से पहले ही एक बड़ी राहत पाने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी निर्देश के मुताबिक, इस बार कर्मचारियों को सितंबर माह का वेतन समय से पहले ही मिल जाएगा।
राज्य सरकार के वित्त विभाग ने घोषणा की है कि 26 सितंबर से 7 अक्टूबर तक राज्य सरकारी दफ्तरों में छुट्टी रहेगी। ऐसे में 24 और 25 सितंबर को ही कर्मचारियों को सितंबर माह का वेतन दिया जाएगा। इसके साथ ही मजदूरी, पारिश्रमिक, मानदेय और स्टाइपेंड भी उन्हीं तारीखों में जारी किए जाएंगे।
वहीं, सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी इस निर्णय का लाभ मिलेगा। सरकार की ओर से कहा गया है कि 1 अक्टूबर को पेंशनभोगियों के खाते में सितंबर माह की पेंशन जमा कर दी जाएगी। इसी दिन ‘जय बंगला’, ‘लक्ष्मी भंडार’ जैसी विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभार्थियों के खातों में भी राशि भेज दी जाएगी। खास बात यह है कि 1 अक्टूबर को ही महानवमी है, जिससे त्योहार के बीच यह आर्थिक सहूलियत और अहम हो जाती है।
डीए मामले पर अब भी सस्पेंस
हालांकि, कर्मचारियों में अब भी बकाया डीए मामले को लेकर उत्सुकता और बेचैनी बनी हुई है। कन्फेडरेशन ऑफ स्टेट गवर्नमेंट एम्प्लॉइज के वकील विकासरंजन भट्टाचार्य ने बताया कि दुर्गा पूजा से पहले तो दूर, काली पूजा से पहले भी मामले का फैसला आने की संभावना नहीं है। उनके अनुसार, “अगर 2025 के भीतर फैसला आ जाए तो हमें संतोष होगा।”
त्योहार से पहले राहत
भले ही डीए का मुद्दा अनसुलझा है, लेकिन दुर्गा पूजा से पहले समय पर वेतन और पेंशन मिलने की घोषणा ने कर्मचारियों व पेंशनभोगियों को बड़ी राहत दी है। एक सरकारी कर्मचारी ने कहा, “डीए की लड़ाई अपनी जगह है, लेकिन त्योहार पर समय से वेतन मिलना हमारे परिवार के लिए बड़ी राहत है।”





