
खुशखबरी! अंडमान में है नेचुरल गैस का खजाना, कुएं की खुदाई में मिल गए सबूत
संक्षेप: यह अंडमान शैलो ऑफशोर ब्लॉक में चल रहे अन्वेषण अभियान के दौरान हाइड्रोकार्बन की पहली रिपोर्ट की गई खोज है। यह उपलब्धि भारत के ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) ने शुक्रवार को घोषणा करते हुए बताया कि उसने अंडमान शैलो ऑफशोर ब्लॉक में अपने दूसरे अन्वेषण कुएं में प्राकृतिक गैस की उपस्थिति दर्ज की है। यह खोज कंपनी के चल रहे अन्वेषण अभियान में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। बता दें कि OIL एक पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत एक महारत्न कंपनी है।
कंपनी ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि इस कुएं को विजयपुरम-2 नाम दिया गया है और यह ऑफशोर अंडमान ब्लॉक AN-OSHP-2018/1 में ड्रिल किया गया। यह ब्लॉक ओपन एकरेज लाइसेंसिंग पॉलिसी (OALP) के तहत आता है। प्रारंभिक उत्पादन परीक्षण के दौरान, रुक-रुक कर प्रवाह से प्राप्त सैंपल के आधार पर प्राकृतिक गैस की उपस्थिति की पुष्टि की गई।
कंपनी ने कहा कि इस खोज का महत्व भारत की ऊर्जा अन्वेषण रणनीति में अहम होगा। वर्तमान में गैस की उत्पत्ति को समझने के लिए गैस आइसोटोप अध्ययन सहित विस्तृत विश्लेषण किया जा रहा है। इन अध्ययनों से यह स्पष्ट होगा कि गैस का स्रोत क्या है- क्या यह किसी स्रोत-शिला से जुड़ा है, प्रवासन मार्ग से आया है, या फिर हाइड्रोकार्बन के संचयन का परिणाम है।
OIL ने विज्ञप्ति में कहा, “प्रारंभिक आकलन के अनुसार, यह खोज इस ओर इशारा कर सकती है कि ब्लॉक में स्रोत-शिला, प्रवासन मार्ग या हाइड्रोकार्बन का संचयन मौजूद है। यह भविष्य की अन्वेषण और ड्रिलिंग रणनीति तय करने में मददगार साबित होगा।” कंपनी ने यह भी बताया कि वह ब्लॉक के अन्य ऊपरी हिस्सों में भी परीक्षण कर रही है ताकि इस खोज का और गहराई से मूल्यांकन किया जा सके। गौरतलब है कि मौजूदा अन्वेषण अभियान के दौरान अंडमान शैलो ऑफशोर ब्लॉक में हाइड्रोकार्बन की यह पहली पुष्टि है, जिससे क्षेत्र में ऊर्जा संसाधनों की संभावनाओं को नई दिशा मिल सकती है।





