ट्रंप टैरिफ की निकलने लगी हवा, अगस्त में बढ़ा भारत का निर्यात; व्यापार घाटा भी हुआ कम
संक्षेप: वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, आयात 10.1 प्रतिशत घटकर 61.6 अरब डॉलर रह गया, जबकि निर्यात पिछले साल के अगस्त के 32.9 अरब डॉलर के निचले आधार पर चढ़ा। जानिए आंकड़े।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ के बावजूद, अगस्त में भारत का निर्यात बढ़ा है। भारतीय निर्यात ने लगातार दूसरे महीने बढ़त दर्ज की है। इतना ही नहीं, भारत का व्यापार घाटा भी कम हुआ है। सरकार द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में भारत का व्यापार घाटा घटकर 26.49 अरब डॉलर रह गया, जो जुलाई में आठ महीने के उच्च स्तर 27.35 अरब डॉलर पर था। ब्लूमबर्ग के सर्वे में अर्थशास्त्रियों ने अगस्त के लिए 24.8 अरब डॉलर के घाटे का अनुमान जताया था।

लगातार दूसरे महीने बढ़त दर्ज की है
अगस्त में भारत का आयात सालाना आधार पर 10.1% घटकर 61.59 अरब डॉलर पर आ गया, जबकि निर्यात 6.7% बढ़कर 35.1 अरब डॉलर हो गया। यह आंकड़े ऐसे समय में सामने आए हैं जब अमेरिका ने 7 अगस्त को भारतीय उत्पादों पर 25% टैरिफ लगाया और 20 दिन बाद इसे दोगुना यानी 50% कर दिया। अमेरिका ने यह कदम भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने के चलते उठाया। विश्लेषकों का कहना है कि दुनिया के सबसे ऊंचे स्तर के इस टैरिफ से भारतीय निर्यात, खासकर श्रम-प्रधान वस्तुएं, वियतनाम और बांग्लादेश जैसे क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले गैर-प्रतिस्पर्धी हो सकती हैं।
अमेरिकी बाजार में तेज शिपमेंट
हालांकि कंपनियों ने टैरिफ लागू होने से पहले ही अमेरिकी बाजार में तेजी से शिपमेंट भेजा। अप्रैल से अगस्त के बीच अमेरिका को भारत का निर्यात 40.39 अरब डॉलर रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 34.21 अरब डॉलर था। अमेरिका भारत का सबसे बड़ा निर्यात बाजार है। हालांकि अमेरिका भेजे गए सामान का मूल्य 7.15 प्रतिशत बढ़कर 6.86 अरब डॉलर हो गया, हालांकि यह नौ महीनों का न्यूनतम स्तर है।
भारत-अमेरिका वार्ता की ओर बढ़ते कदम
पिछले सप्ताह भारत-अमेरिका रिश्तों में थोड़ी नरमी तब आई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप ने व्यापार वार्ता दोबारा शुरू करने की घोषणा की। भारत के मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल ने बताया कि अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि मंडल सोमवार रात नई दिल्ली पहुंचे। उन्होंने कहा, “कल हमारी वार्ता होगी जिसमें आगे की दिशा तय की जाएगी।”
यूरोप पर फोकस, आत्मनिर्भरता पर जोर
नई दिल्ली समानांतर रूप से नए बाजार तलाशने और यूरोपीय संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को लेकर भी तेजी दिखा रहा है। अगला दौर 6 से 10 अक्टूबर के बीच प्रस्तावित है। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि भारत कुछ खास भौगोलिक क्षेत्रों पर निर्भरता कम करने की दिशा में काम कर रहा है ताकि सप्लाई चेन बाधाओं का असर कम हो। उन्होंने बताया कि सरकार ने लगभग 100 ऐसे उत्पाद चिन्हित किए हैं जिनका घरेलू उत्पादन बढ़ाकर आयात पर निर्भरता घटाई जा सकती है।
सोना और कच्चे तेल का आयात
जारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में सोने का आयात बढ़कर 5.4 अरब डॉलर हो गया, जो जुलाई में 3.9 अरब डॉलर था। वहीं, कच्चे तेल का आयात अगस्त में घटकर 13.2 अरब डॉलर रह गया, जबकि जुलाई में यह 15.5 अरब डॉलर था।





