कांग्रेस नेता ने RSS के समारोह को महात्मा गांधी की हत्या से जोड़ा, भड़की BJP
संक्षेप: RSS event: गोवा कांग्रेस के प्रमुख अमित पाटकर द्वारा महात्मा गांधी की हत्या के लिए संघ को दोषी बताने वाले बयान से विवाद खड़ा हो गया है। भारतीय जनता पार्टी ने इतिहास और तथ्यों का जिक्र करते हुए पाटकर से तुरंत माफी मांगने को कहा है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100वीं वर्षगांठ कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस नेताओं की तरफ से लगातार बयान बाजी की जा रही है। इसी क्रम में कांग्रेस की गोवा इकाई के प्रमुख अमित पाटकर ने गुरुवार को यह कहकर सियासी विवाद खड़ा कर दिया कि भाजपा दो अक्तूबर को उस संगठन का शताब्दी समारोह मना रही है, जिसने महात्मा गांधी की हत्या की थी। पाटकर के इस बयान को लेकर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने इस बयान को बेशर्मी भरा और झूठ बताते हुए खारिज कर दिया और तुरंत माफी की मांग की है।
भाजपा की तरफ से कहा गया, "गोवा कांग्रेस के अध्यक्ष अमित पाटकर अपनी कुर्सी बचाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर महात्मा गांधी की हत्या का आरोप लगाने के स्तर तक गिर गए हैं। यह एक बेशर्मी भरा झूठ है और उन लाखों स्वयंसेवकों का अपमान है, जिन्होंने 100 वर्षों तक निस्वार्थ भाव से भारत की सेवा की है।”
पार्टी की तरफ से आगे कहा गया कि इतिहास, न्यायपालिका और हर स्वतंत्र जांच ने यह स्पष्ट कर दिया है कि गांधी की हत्या में आरएसएस की कोई भूमिका नहीं थी। अमित पाटकर को तुरंत माफी मांगनी चाहिए। अस्तित्व बनाए रखने की हताशा उन्हें आरएसएस को बदनाम करने का लाइसेंस नहीं देती। गोवा झूठ और गंदगी पर आधारित राजनीति को कभी स्वीकार नहीं करेगा।
भाजपा की गोवा इकाई के पूर्व प्रवक्ता गिरिराज पई वर्नेकर ने भी पाटकर पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, "प्रिय अमित पाटकर, मैं समझता हूं कि आप प्रदेश गोवा अध्यक्ष के रूप में अपनी कुर्सी बचाने के लिए बेताब हैं। लेकिन आरएसएस को अपनी गंदी राजनीति से दूर रखें। हर कानूनी, ऐतिहासिक और न्यायिक जांच में साफ तौर पर कहा गया है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि एक संगठन के रूप में आरएसएस का गांधी की हत्या से कोई लेना-देना था। इसलिए अपने साथी कांग्रेसियों के साथ होने वाले झगड़ों में आरएसएस को घसीटना बंद करें। गोवा कांग्रेस में अस्तित्व बनाए रखने का आपका संघर्ष आपको उस संगठन को बदनाम करने का लाइसेंस नहीं देता, जिसने भारत को 100 साल समर्पित किए हैं।"
क्या कहा था पाटकर ने?
दरअसल, पाटकर ने आरोप लगाया था कि भाजपा के होठों पर महात्मा गांधी का नाम है, लेकिन उसके दिल में राष्ट्रपति का हत्यारा नाथूराम गोडसे बसता है। पणजी में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "आज दो अक्टूबर (महात्मा गांधी की जयंती) है। भाजपा कहती है कि हम गांधीजी की विचारधारा और उपदेशों का पालन करेंगे। लेकिन भाजपा उस संगठन की 100वीं वर्षगांठ मना रही है, जिसने महात्मा गांधी की हत्या की थी।”
पाटकर के इस बयान के बाद राजनीति तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी की तरफ से मांग की गई है कि कांग्रेस नेता अपनी टिप्पणी को वापस लें और माफी मांगें।





