बिहार के बाद अब इस राज्य में SIR की तैयारी, चुनाव आयोग की राजनीतिक दलों के साथ बैठक
संक्षेप: केरल में 100% डिजिटल साक्षरता की रतन केलकर ने तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया आसान होगी। इसमें जनता, मीडिया और राजनीतिक पार्टियों समेत सभी स्टेकहोल्डर्स का सहयोग मिलेगा।
चुनाव आयोग बिहार जैसा स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) पूरे देश में कराने की तैयारी कर रहा है। केरल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) रतन यू केलकर ने बताया कि 20 सितंबर को राजनीतिक दलों के साथ बैठक होगी। इसमें पार्टियों को SIR की प्रक्रिया के बारे में बताया जाएगा। उन्होंने कहा, 'हमने सारी तैयारियां कर ली हैं और शेड्यूल का इंतजार कर रहे हैं। इसके तहत 20 तारीख को राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठक होगी, जिसमें इस प्रक्रिया के कदम और तरीके समझाए जाएंगे।'

रतन केलकर ने बताया कि केरल में SIR की घोषणा जल्द होगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने रिकॉर्ड्स को डिजिटाइज करके अपनी वेबसाइट पर सर्च करने लायक फॉर्मेट में डाल दिया है। उन्होंने कहा, 'हाल ही में निर्वाचन आयोग की बैठक में हमने पूरे देश में SIR की तैयारियों पर चर्चा की थी। केरल की ओर से हमने अपनी तैयारियां पेश कीं और हमें उम्मीद है कि SIR की घोषणा जल्द होगी। केरल में हमने पहले से कुछ तैयारियां शुरू कर दी हैं। 2002 में हमने SIR किया था।' उन्होंने कहा कि सारे रिकॉर्ड्स डिजिटाइज कर दिए गए हैं और उन्हें वेबसाइट पर सर्च करने लायक बना दिया है।
100% डिजिटल साक्षरता की तारीफ
केरल में 100% डिजिटल साक्षरता की रतन केलकर ने तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया आसान होगी। इसमें जनता, मीडिया और राजनीतिक पार्टियों समेत सभी स्टेकहोल्डर्स का सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा, 'डॉक्यूमेंट्स के लिए केरल में पहले से ही 100% डिजिटाइजेशन हो चुका है। शत फीसदी डिजिटल साक्षरता है और 4जी कवरेज भी पूरा है। हमारे पास जागरूक समाज है। लोगों, मीडिया और राजनीतिक पार्टियों का अच्छा सहयोग है। हमें लगता है कि सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ मिलकर ये काम बहुत आसानी और बेहतर ढंग से होगा।'





