
दोस्त-दोस्त ना रहा, डोनाल्ड ट्रंप के एक्शंस को लेकर कांग्रेस का PM मोदी पर तंज; CWC बैठक में प्रस्ताव
संक्षेप: कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ट्रंप ने 45वीं बार भारत और पाकिस्तान के बीच जंग रुकवाने का दावा किया। इससे पहले CWC ने एक प्रस्ताव कर कहा है कि कांग्रेस कार्यसमिति भारत की विदेश नीति के पतन से बेहद चिंतित है।
कांग्रेस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया टिप्पणियों और उनके कदमों को लेकर केंद्र सरकार और पीएम मोदी की कूटनीति पर सवाल उठाए हैं। गुरुवार को कांग्रेस ने राज कपूर की 1964 की फिल्म "संगम" के प्रसिद्ध गाने "दोस्त-दोस्त न रहा" का इस्तेमाल कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस महासचिव और मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में पीएम मोदी पर कटाक्ष किया।
रमेश ने पोस्ट में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत के खिलाफ उठाए हुए कदमों की लिस्ट दिखाई। उन्होंने लिखा, "मई 2025 से अब तक राष्ट्रपति ट्रंप ने जो कुछ किया है, उस पर एक नजर डालें, उन्होंने चार अलग-अलग देशों में, जिनमें संयुक्त राष्ट्र भी शामिल है, 45 बार दावा किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम करवाने का श्रेय उन्हें जाता है, जिसके चलते ऑपरेशन सिंदूर अचानक रोक दिया गया था। उन्होंने पाकिस्तान के आर्मी चीफ़ फ़ील्ड मार्शल आसिम मुनीर को व्हाइट हाउस में लंच पर बुलाया, वही व्यक्ति जिसके भड़काऊ और साम्प्रदायिक बयानों के बाद पहलगाम आतंकी हमला हुआ था।
उन्होंने आगे दोनों देशों के बीच अमेरिका-पाकिस्तान आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने की बात, ट्रंप द्वारा सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच रणनीतिक पारस्परिक रक्षा समझौते को हरी झंडी देने, हाल ही में भारत पर टैरिफ बढ़ाए जाने और H1B वीजा पर फीस बढ़ाने जैसे कदमों का भी जिक्र किया। जयराम रमेश ने कहा, “ट्रंप ने रूस के साथ भारत के आर्थिक संबंधों को लेकर भारत को निशाना बनाया और सजा दी। रिपोर्ट्स के मुताबिक आज उनका वाइट हाउस में फील्ड मार्शल आसिम मुनीर और पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ से मुलाकात का कार्यक्रम है। नमस्ते ट्रंप का क्या हुआ? हाउडी मोदी का क्या हुआ? झप्पी कूटनीति का क्या हुआ? दोस्त दोस्त न रहा…”
CWC बैठक में प्रस्ताव पास
बता दें कि कांग्रेस सांसद ने यह बातें कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पारित एक राजनीतिक प्रस्ताव के बाद कही हैं। इस बैठक की अध्यक्षता पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने की थी और जिसमें पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी, कोषाध्यक्ष अजय माकन, महासचिव के सी वेणुगोपाल, जयराम रमेश और सचिन पायलट, और बिहार कांग्रेस प्रमुख राजेश कुमार सहित अन्य लोग शामिल हुए। बैठक में पारित प्रस्ताव में, कांग्रेस कार्यसमिति ने कहा है कि वह भारत की विदेश नीति के "पतन" से बेहद चिंतित है।
कांग्रेस के प्रस्ताव में कहा गया है, "आजादी के बाद से सभी सरकारों ने हमारे देश की स्वायत्तता की सुरक्षा की है, जिसे अब भाजपा सरकार अमेरिका को खुश करने और चीन की ओर झुकाव के बीच बिना सोचे-समझे झूलते हुए बर्बाद कर रही है।" प्रस्ताव में आगे कहा गया, "हालांकि, इस सौदे के बावजूद, ट्रंप ने अमेरिका को भारतीय निर्यात पर भारी शुल्क लगाने की घोषणा की है, जिससे हमारे लाखों कर्मचारियों को रोजगार देने वाले प्रमुख उद्योगों पर कहर बरपा है।"





