
जाकर US या नाटो से पूछ लो, हमसे खिलवाड़ मत करो; भारत से अफगान मंत्री की पाक को चेतावनी
संक्षेप: बता दें कि मुत्तकी का बयान ऐसे समय में आया है जब तालिबान सरकार ने अफगानिस्तान की राजधानी पर हुए हमले और देश के पूर्वी हिस्से में स्थित एक बाजार में बमबारी के लिए को पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है।
भारत दौरे पर आए अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने पाकिस्तान को खुली चेतावनी दी है। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि पाकिस्तान को अफगानिस्तान की संप्रभुता से छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। मंत्री ने पाकिस्तान को सलाह दी है कि अगर ज्यादा ही गुरूर है तो जाकर अमेरिका या नाटो से पूछ लें। उनका इशारा इस ओर था कि दुनिया की सबसे बड़ी ताकतें भी अफगानिस्तान में हमेशा के लिए पैर नहीं जमा पाईं।

भारत ने अभी तक तालिबान को मान्यता नहीं दी
मुत्तकी बृहस्पतिवार को छह दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे। अफगानिस्तान में चार साल पहले तालिबान द्वारा सत्ता हथियाने के बाद वह भारत आने वाले पहले वरिष्ठ तालिबान मंत्री हैं। भारत ने अभी तक तालिबान को मान्यता नहीं दी है।
यहां नई दिल्ली में अफगान दूतावास से प्रेस को संबोधित करते हुए मुत्तकी ने भारत को आश्वासन दिया कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ नहीं होने दिया जाएगा। इसे आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले पाकिस्तान पर एक प्रहार के तौर पर देखा जा रहा है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आए मुत्ताकी ने प्रेस वार्ता में पाकिस्तान को चेतावनी दी कि "अफगानों के साहस की परीक्षा नहीं ली जानी चाहिए।" मुत्तकी ने कहा, "सीमा के पास सुदूर इलाकों में हमला हुआ है। हम पाकिस्तान की इस हरकत को गलत मानते हैं। अफगानिस्तान में 40 साल बाद शांति और प्रगति हुई है। अफगानों के साहस की परीक्षा नहीं ली जानी चाहिए। अगर कोई ऐसा करना चाहता है, तो उसे जाकर अंग्रेजों, सोवियत, अमेरिकियों, नाटो से पूछना चाहिए, ताकि वे समझा सकें कि अफगानिस्तान के साथ खेलना ठीक नहीं है।"
अफगानिस्तान की राजधानी पर हुए हमले
बता दें कि मुत्तकी का बयान ऐसे समय में आया है जब तालिबान सरकार ने अफगानिस्तान की राजधानी पर हुए हमले और देश के पूर्वी हिस्से में स्थित एक बाजार में बमबारी के लिए को पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है। इसने अपने पड़ोसी पर राष्ट्रीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। काबुल के अब्दुल हक स्क्वायर इलाके में बृहस्पतिवार को स्थानीय समयानुसार रात 10 बजे से पहले एक विस्फोट हुआ।
तालिबान सरकार के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने घटना के बाद कहा था कि किसी के घायल होने या नुकसान की कोई खबर नहीं है। उन्होंने विस्फोट को एक दुर्घटना बताया और कहा कि मामले की जांच की जा रही है। लेकिन अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि उस हमले के लिए तथा पूर्वी प्रांत पकतिका में हुए एक अन्य हमले के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है। अफगान रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में हुए हमलों को अभूतपूर्व, हिंसक और जघन्य बताया। इसने चेतावनी दी है कि अगर हालात और बिगड़े तो पाकिस्तानी सेना को इसके नतीजे भुगतने होंगे। बयान में कथित लक्ष्यों, हताहतों या नुकसान की जानकारी नहीं दी गई है।
काबुल जल्द ही अपने राजनयिकों को नई दिल्ली भेजेगा
मुत्तकी की भारत यात्रा की बात करें तो यह इसलिए भी महत्वपूर्ण हो गई क्योंकि यह ऐसे समय में हुई है जब भारत और अफगानिस्तान दोनों के सीमा पार आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ संबंध तनावूपर्ण हैं। मुत्तकी ने कहा कि काबुल जल्द ही अपने राजनयिकों को नयी दिल्ली भेजेगा। उन्होंने कहा, ‘‘विदेश मंत्री (एस. जयशंकर) ने कहा है कि आप अभी नयी दिल्ली में राजनयिक भेज सकते हैं। जब हम वापस जायेंगे, तो हम लोगों का चयन करेंगे और उन्हें भेजेंगे।’’ मुत्तकी के साथ अपनी बैठक में जयशंकर ने काबुल में भारत के तकनीकी मिशन को दूतावास का दर्जा देने की घोषणा की।





