
मणिपुर में फिर हिंसा, PM मोदी के दौरे के अगले ही दिन भीड़ ने थाने पर बोला धावा; RAF पर पथराव
संक्षेप: मणिपुर में हिंसा भड़कने के दो साल बाद PM मोदी शनिवार को वहां पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने चुड़ाचांदपुर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए मणिपुर के लोगों के जज्बे को सलाम किया। उन्होंने कहा कि मणिपुर की धरती हौसलों और हिम्मत की धरती है।
पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में फिर हिंसा भड़की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के अगले ही दिन यानी रविवार को चूड़ाचांदपुर में स्थानीय लोग बेकाबू हो गए और थाने पर धावा बोल दिया। इस दौरान उनकी सुरक्षा बलों से झड़प हो गई। खबर है कि स्थानीय लोगों ने रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवानों पर पत्थरबाजी भी की है। दरअसल, चूड़ाचांदपुर जिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यात्रा के सिलसिले में लगाए गए बैनर और ‘कटआउट’ को फाड़ने के आरोप में दो युवकों को हिरासत में लिया गया था। रविवार को स्थानीय भीड़ उन दोनों की रिहाई की मांग पर जमा हो गए और विरोध-प्रदर्शन करने लगे। देखते ही देखते भीड़ बेकाबू हो गई और हिंसा पर उतर आई।

एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी के अनुसार, भीड़ ने चूड़ाचांदपुर पुलिस स्टेशन पर धावा बोलने की भी कोशिश की। दोपहर की तस्वीरों में विरोध प्रदर्शन के दौरान ड्यूटी पर तैनात आरएएफ कर्मियों पर भीड़ द्वारा पथराव भी देखा गया। अधिकारी ने बताया कि ड्यूटी मजिस्ट्रेट द्वारा उनकी ज़मानत पर सुनवाई के बाद, दोनों व्यक्तियों को बाद में रिहा कर दिया गया।
गुरुवार की रात हुई थी गिरफ्तारी
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत में पियरसनमुन और फाइलिएन बाजार में लगे कई बैनर और कटआउट्स 11 सितंबर की रात फाड़ दिए गए थे। इस घटना के सिलसिले में पुलिस ने कई युवकों को हिरासत में लिया था। हालांकि पूछताछ के बाद सभी को छोड़ दिया गया था, जबकि दो युवकों को हिरासत में ही रखा गया था। भीड़ ने उन्हें तत्काल रिहा किए जाने की मांग करते हुए चूड़ाचांदपुर पुलिस थाने के पास प्रदर्शन किया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पथराव किया।
दोनों युवकों की रिहाई के बाद स्थिति सामान्य
पुलिस द्वारा दोनों युवकों को रिहा करने के बाद ही स्थिति सामान्य हो सकी। पुलिस ने पहले दावा किया था कि दोनों को गिरफ्तार किया गया है। जिला पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘दोनों व्यक्तियों को प्रदर्शनकारियों के दावे के विपरीत अचानक हिरासत में नहीं लिया गया, बल्कि उन्हें तोड़फोड़ के स्थल से पूछताछ के लिए ले जाया गया था।’’
मणिपुर में मई 2023 में कुकी और मेइती समुदाय के लोगों के बीच जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद पीम मोदी ने शनिवार को पहली बार राज्य का दौरा किया था। उन्होंने चूड़ाचांदपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए राज्य को ‘शांति का प्रतीक’ बनाने का वादा किया। (भाषा इनपुट्स के साथ)





