हॉस्टल में जूनियर को किया नंगा, पीटा फिर सरेआम नचवाया; हिरासत में छह छात्र, वार्डन गिरफ्तार
पुलिस अधिकारी ने बताया कि छात्र ने हॉस्टल वार्डन से शिकायत की थी लेकिन उन्होंने इसे मामूली बात समझकर नजरअंदाज कर दिया। बाद में, उसने लड़के के माता-पिता को इसकी सूचना दी, जिन्होंने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई।

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के बाहरी इलाके में स्थित एक इंटरनेशनल स्कूल में सीनियर छात्रों द्वारा अपने जूनियर के साथ बर्बरता करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि सीनियर छात्रों ने मिलकर हॉस्टल के अंदर एक जूनियर छात्र को न सिर्फ प्रताड़ित किया बल्कि उससे मारपीट भी की। हद तो तब हो गई, जब उसे नंगा कर सरेआम नचवाया। बन्नेरघट्टा पुलिस ने पिछले हफ़्ते इस सिलसिले में इंटरनेशनल स्कूल के छह छात्रों को हिरासत में लिया है। उन सभी पर एक नाबालिग लड़के के साथ रैगिंग और यौन उत्पीड़न के आरोप हैं। पुलिस ने हॉस्टल वार्डन को भी गिरफ़्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, 15 वर्षीय छात्र को हॉस्टल के छह सीनियर चार दिनों तक निशाना बनाते रहे। इसके बाद 3 सितंबर को, आरोपियों ने कथित तौर पर पीड़ित छात्र के साथ बदतमीजी ती और उसे नंगा कर दिया। फिर सभी लोगों के सामने उसे डांस करने को मजबूर किया। जब पीड़ित ने ऐसा करने से इनकार किया तो उसे स्टील के हैंगर से पीटा गया। अगली रात भी उसके साथ दुर्व्यवहार जारी रहा। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद 5 और 6 सितंबर को सीनियर छात्रों ने कथित तौर पर पीड़ित जूनियर छात्र पर गर्म और ठंडा पानी डालकर उसे परेशान किया।
वार्डन ने कर दिया था नजरअंदाज
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि छात्र ने हॉस्टल वार्डन से इस प्रताड़ना की शिकायत की थी लेकिन उन्होंने इसे मामूली बात समझकर नजरअंदाज कर दिया। बाद में, उसने लड़के के माता-पिता को इसकी सूचना दी, जिन्होंने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई। वार्डन को लापरवाही बरतने और घटना की जानकारी होने के बावजूद कार्रवाई न करने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है।
पुलिस ने लगाए क्या-क्या आरोप
पुलिस ने इस घटना के संबंध में भारतीय न्याय संहिता, किशोर न्याय अधिनियम और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत आपराधिक धमकी और यौन उत्पीड़न सहित कई आरोप दर्ज किए हैं। पुलिस ने बताया कि स्कूल के प्रधानाचार्य घटना के संबंध में पूछताछ के लिए पेश हुए हैं। जुलाई में, हसन जिले के रहने वाले और बेंगलुरु के रेवा विश्वविद्यालय में आर्किटेक्चर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे 22 वर्षीय एक युवक ने अपने सहपाठियों द्वारा ऑनलाइन उत्पीड़न के बाद आत्महत्या कर ली थी।





