
एटम बम नहीं बल्कि जिस डाल पर बैठे हों उसी को काटने जैसा, राहुल गांधी के दावे पर भाजपा
संक्षेप: केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस नेता पर चुनाव में हार के बाद निर्वाचन आयोग को बदनाम करने के लिए बार-बार झूठ फैलाने का आरोप लगाया। भूपेंद्र यादव ने कहा कि उनका तौर-तरीका झूठ बोलकर भाग जाना है।
चुनाव में धांधली के कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दावे का भाजपा ने मजाक उड़ाते हुए कहा कि यह जिस डाल पर बैठे हों उसी को काटने जैसा है। इसने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने ज्यादातर सीटें वहीं जीतीं, जहां मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि राहुल ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं जो नेता प्रतिपक्ष को शोभा नहीं देती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता ने निर्वाचन आयोग जैसी संवैधानिक संस्था के अधिकारियों को सत्तारूढ़ भाजपा की मदद करने में उनकी कथित भूमिका के लिए अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी।

निर्वाचन आयोग के आंकड़ों का हवाला देते हुए यादव ने कहा कि पिछले साल नवंबर में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में मतदाताओं की संख्या उस वर्ष की शुरुआत में हुए लोकसभा चुनावों की तुलना में 40 लाख से अधिक बढ़ी थी और न कि एक करोड़, जैसा कि राहुल ने दावा किया है। यादव ने कहा कि कांग्रेस नेता ने आंकड़े 60 लाख तक बढ़ा दिए। उन्होंने दावा किया कि राहुल ने अपना मामला बनाने के लिए लंबे समय तक तैयारी की, लेकिन उनके आरोप का आधार ही गलत निकला। भाजपा नेता ने कहा कि अब से उनके हर दावे को 60 प्रतिशत तक कम करके आंका जाना चाहिए।
राहुल गांधी के दावे पर उठाए सवाल
कांग्रेस और उसके सहयोगियों की ओर से जीती गई माढा, मोहोल, नागपुर पश्चिम और नागपुर उत्तर जैसी कई विधानसभा सीट का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि इन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। यादव ने कहा, ‘जो लोग महाराष्ट्र के बारे में सवाल उठाते रहते हैं, वे वही लोग हैं (कांग्रेस और उसके सहयोगी) जिन्होंने ज्यादातर उन सीटों पर जीत हासिल की, जहां मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। यह बात राहुल गांधी के सिद्धांत को खारिज करती है।’ केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि गांधी दावा कर रहे थे कि वह जो सबूत पेश करेंगे, वह एटम बम जैसा होगा।
‘निर्वाचन आयोग के खिलाफ धमकी भरी भाषा’
भूपेंद्र यादव ने उन पर निर्वाचन आयोग के खिलाफ धमकी भरी भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह जिस डाल पर बैठे हों उसी को काटने जैसा है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस नेता को चुनाव प्रक्रिया पर वाकई आपत्ति है तो उन्हें निर्वाचन आयोग में शपथपत्र दाखिल करना चाहिए। मंत्री ने कांग्रेस नेता पर चुनाव में हार के बाद निर्वाचन आयोग को बदनाम करने के लिए बार-बार झूठ फैलाने का आरोप लगाया। यादव ने कहा कि उनका तौर-तरीका झूठ बोलकर भाग जाना है। उन्होंने दावा किया कि बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर विपक्ष द्वारा संसद में व्यवधान डालने का मकसद चर्चा से भागना है।





