
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल पर बंगाल में हमला, पथराव में सांसद खगेन मुर्मू का सिर फूटा
संक्षेप: पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में भारतीय जनता पार्टी सांसद खागेन मुर्मू पथराव में घायल हो गए हैं। खास बात है कि भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल पश्चिम बंगाल पहुंचा था। पार्टी ने राज्य में सत्तारूढ़ TMC यानी तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाए हैं।
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में भारतीय जनता पार्टी सांसद खागेन मुर्मू पथराव में घायल हो गए हैं। खास बात है कि भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति के बाद भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल पश्चिम बंगाल पहुंचा था। पार्टी ने राज्य में सत्तारूढ़ TMC यानी तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाए हैं और कहा है कि राहत कार्य करने पर भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया जा रहा है।

बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने लिखा, 'बंगाल में टीएमसी का जंगल राज। भाजपा सांसद खगेन मुर्मू एक सम्मानित आदिवासी नेता हैं और वह उत्तर मालदा से दो बार सांसद रहे हैं। जब वह भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के बाद जलपाईगुड़ी के दुआर क्षेत्र में मौजूद नगरकाटा जा रहे थे, तो टीएमसी के गुंडों ने उनपर हमला कर दिया।'
उन्होंने लिखा, 'ममता बनर्जी कोलकाता कार्निवल में डांस कर रही हैं, तो वहीं टीएमसी और राज्य प्रशासन गायब है। असल में लोगों की मदद कर रहे भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर राहत कार्य करने के लिए हमले किए जा रहे हैं। यह टीएमसी का बंगाल है, जहां क्रूरता का राज है और दया को सजा मिलती है।'
दार्जिलिंग भूस्खलन में मृतकों की संख्या 24 हुई
दार्जिलिंग जिले में हुए विनाशकारी भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। आपदा प्रबंधन कर्मियों ने सोमवार को भी बचाव अभियान जारी रखा क्योंकि कई लोग अब भी लापता हैं और हजारों पर्यटक कटे हुए पहाड़ी इलाकों में फंसे हुए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने कहा कि रविवार देर रात एक और शव बरामद होने के साथ ही मृतकों की संख्या बढ़ गई।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, 'स्थिति अत्यंत चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। कई लोग अब भी लापता हैं और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। लगातार हो रही बारिश से बचाव अभियान में बाधा आ रही है।' अधिकारियों ने बताया कि मात्र 12 घंटों में 300 मिमी से अधिक बारिश के कारण हुए भूस्खलन ने दार्जिलिंग की पहाड़ियों और तलहटी में स्थित डुआर्स क्षेत्र को तबाह कर दिया है। उन्होंने बताया कि सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में दार्जिलिंग के मिरिक, सुखियापोखरी और जोरेबंगलो तथा जलपाईगुड़ी जिले के नागराकाटा शामिल हैं।





