Hindi NewsIndia NewsBihar NDA Seat Sharing Taliban comments on women journalists Read Top News Today

बिहार में महागठबंधन से आगे निकला NDA, महिला पत्रकारों पर तालिबान की सफाई; पढ़ें टॉप 5 न्यूज

संक्षेप: आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला पाकिस्तान अब अपनी ही बनाई खाई में धंसता चला जा रहा है। अफगान तालिबान के क्रूर हमले ने शहबाज शरीफ की सरकार को और गहरी मुसीबत में फंसा दिया है। तालिबान ने दावा किया है कि इस कार्रवाई में उन्होंने पाकिस्तानी सेना के 60 से अधिक जवानों को मार गिराया है।

Sun, 12 Oct 2025 06:51 PMDevendra Kasyap लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्ली
share Share
Follow Us on
बिहार में महागठबंधन से आगे निकला NDA, महिला पत्रकारों पर तालिबान की सफाई; पढ़ें टॉप 5 न्यूज

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर NDA ने सीट बंटवारे का एलान कर दिया है। सीएम नीतीश कुमार की जेडीयू और बीजेपी ने 101-101 सीटें साझा की हैं। दूसरी ओर, चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास) को 29 सीटें मिली हैं। उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा और जीतन राम मांझी की हम (हिंदुस्तान आवाम मोर्चा) को 6-6 सीटें दी गई हैं। एक तरह से कहा जाए तो इस मामले में एनडीए महागठबंधन से आगे निकल गया है। वहीं, अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने रविवार को नई दिल्ली में एक प्रेस सम्मेलन आयोजित किया। इस दौरान उन्होंने खास तौर पर महिला पत्रकारों को बुलाया। पूर्व की मीडिया बातचीत में महिला पत्रकारों को न बुलाने पर उन्हें कड़ी आलोचना झेलनी पड़ी थी। इस बार स्पष्टीकरण देते हुए मुत्तकी ने बताया कि यह केवल एक तकनीकी खामी थी। पढ़ें आज की बड़ी खबरें...

अफगानिस्तान के विदेश मंत्री ने बताया- पहली पीसी में महिला पत्रकार क्यों नहीं

अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने कहा कि सहयोगियों ने पत्रकारों की एक सीमित फेहरिस्त बनाई थी, जिस पर निमंत्रण जारी किए गए। इसमें कोई छिपा इरादा नहीं था। आगे उन्होंने बताया कि प्रेस कॉन्फ्रेंस को बेहद कम समय की सूचना पर बुलाया गया था, इसलिए सिर्फ चुनिंदा पत्रकारों को ही आमंत्रित किया गया। मुत्तकी ने साफ जोर देकर कहा कि यह महज एक प्रशासनिक निर्णय था, जिसमें किसी प्रकार का भेदभाव करने का कोई मकसद नहीं था। पढ़ें पूरी खबर...

पाकिस्तान-तालिबान टकराव में सऊदी अरब का हस्तक्षेप, अब तक 65 की मौत

आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला पाकिस्तान अब अपनी ही बनाई खाई में धंसता चला जा रहा है। अफगान तालिबान के क्रूर हमले ने शहबाज शरीफ की सरकार को और गहरी मुसीबत में फंसा दिया है। तालिबान ने दावा किया है कि इस कार्रवाई में उन्होंने पाकिस्तानी सेना के 60 से अधिक जवानों को मार गिराया, साथ ही लगभग 20 पाकिस्तानी चौकियों पर भी अपना कब्जा जमा लिया। ऐसे संवेदनशील मौके पर सबसे बड़ा सवाल उठता है कि पाकिस्तान के साथ नाटो-स्तरीय सैन्य समझौता करने वाला सऊदी अरब आखिर कहां खड़ा है? क्या वह पाकिस्तान की सहायता के लिए अपनी फौज तैनात करने की सोच रहा है? जवाब है ना, बल्कि सऊदी अरब ने दोनों देशों से संयम बनाए रखने की अपील की है। विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, इस झड़प में अब तक 65 सैनिकों या लड़ाकों की जान जा चुकी है। पढ़ें पूरी खबर...

'ऑपरेशन ब्लूस्टार गलती' में फंसे पी चिदंबरम

कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम के 'ऑपरेशन ब्लूस्टार' पर दिए विवादास्पद बयान से नाराज है। उनका मानना है कि वरिष्ठ नेता ऐसे सार्वजनिक बयान देने से पहले सतर्क रहें, जो पार्टी की छवि को धक्का पहुंचा सकें। रविवार को पार्टी के सूत्रों ने यह खुलासा किया। चिदंबरम ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश के कसौली में आयोजित एक साहित्यिक समारोह के दौरान कहा था कि ऑपरेशन ब्लूस्टार एक भूल थी और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस भूल का खामियाजा अपनी जान गंवाकर भुगता। पार्टी के सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस नेतृत्व का कहना है कि पार्टी से हर तरह का लाभ उठाने वाले वरिष्ठ नेताओं को ऐसी टिप्पणियां करने में ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए, जो पार्टी को शर्मसार करें। पढ़ें पूरी खबर...

'मैं निम्न जाति के परिवार में पैदा हुआ था...'

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बीआर गवई ने वियतनाम प्रवास के दौरान भारतीय संविधान की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपनी आत्मकथा का जिक्र करते हुए कहा कि उनका जन्म एक निम्न जाति के परिवार में हुआ था। संविधान ने न केवल उनकी रक्षा की, बल्कि उन्हें सम्मान, सुरक्षा और समान अवसर प्रदान करने का मार्ग भी प्रशस्त किया। जस्टिस गवई ने अपने जीवन को एक जीवंत उदाहरण के रूप में पेश किया, जो दर्शाता है कि संवैधानिक प्रावधानों ने अछूतों जैसी कठिनाइयों का सामना करने वाले लोगों को भी समानता का हक दिलाया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि संविधान ने समानता को मात्र एक आदर्श नहीं, बल्कि दैनिक जीवन की साकार वास्तविकता बना दिया है। पढ़ें पूरी खबर...

गाजा शांति सम्मेलन: पीएम मोदी को न्योता

गाजा में दो वर्षों से चले आ रहे संघर्ष के बाद अब शांति की उम्मीदें जग रही हैं। युद्धविराम लागू करने की योजना को अंतिम रूप देने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मिस्र में आयोजित एक वैश्विक सम्मेलन के जरिए इस समझौते को अमली जामा पहनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। मिस्र के शर्म अल-शेख में 13 अक्टूबर को होने वाली इस महत्वपूर्ण बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित किया गया है। हालांकि, भारत का प्रतिनिधित्व विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह करेंगे। बता दें कि कि यह सम्मेलन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल-सीसी की संयुक्त अध्यक्षता में आयोजित होगा। पढ़ें पूरी खबर…