
दखल ना दें, वरना…एक ही दांव से 3 विरोधियों को चित कर गए EPS? शाह को चेताया, भारत रत्न भी मांगा
संक्षेप: EPS ने स्वतंत्रता सेनानी और थेवर समुदाय के प्रतीक पसुम्पोन मुथुरामलिंगा को भारत रत्न देने और सत्तारूढ़ DMK सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों खासकर कथित शराब घोटाले, रेत खनन और ड्रग्स से संबंधित मामलों की त्वरित जाँच की माँग की है।
तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और वहां की मुख्य विपक्षी पार्टी AIADMK के महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी, जिन्हें EPS के नाम से जाना जाता है, ने बुधवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान जहां EPS ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं, वहीं गृह मंत्री शाह के साथ तमिलनाडु में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर करीब आधे घंटे तक चर्चा की। खबर है कि अपने आधे घंटे की मुलाकात में EPS ने राज्य के एक स्वतंत्रता सेनानी को भारत रत्न देने की मांग की है।

इसके अलावा उन्होंने राज्य की मौजूदा DMK सरकार के खिलाफ त्वरित जांच की भी मांग की है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, EPS ने स्वतंत्रता सेनानी और थेवर समुदाय के प्रतीक पसुम्पोन मुथुरामलिंगा को भारत रत्न देने और सत्तारूढ़ एम के स्टालिन सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों खासकर कथित शराब घोटाले, रेत खनन और ड्रग्स से संबंधित मामलों की त्वरित जाँच की माँग की है, ताकि आगामी विधानसभा चुनावों में उसका लाभ मिल सके।
EPS की केंद्रीय गृह मंत्री से दो टूक
सूत्रों के हवाले से NDTV की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मीटिंग में EPS ने केंद्रीय गृह मंत्री से दो टूक कहा है कि पूर्व में पार्टी से निष्कासित किए गए नेताओं को फिर से AIADMK में वापस लेने के लिए उन पर दबाव नहीं बनाया जाना चाहिए। रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने अमित शाह को सीधे-सीधे संकेत दे दिए हैं कि अगर ऐसा करने को मजबूर किया गया तो वह नाराज हो जाएंगे, जो राज्य में गठबंधन के लिए शुभ संकेत नहीं होगा। सूत्रों ने बताया है कि राज्य में NDA गठबंधन को मजबूत करने पर गहन चर्चा हुई। इसी दौरान ये मतभेद उभर कर सामने आए हैं।
तीन घोर विरोधियों को EPS का दिल्ली से साफ संकेत
EPS के साथ पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी अमित शाह से मुलाकात की है। माना जा रहा है कि भाजपा की तरफ से EPS पर इस बात को लेकर दबाव था कि पूर्व मुख्यमंत्री और उनके घोर प्रतिद्वंद्वी ओ पनीरसेल्वम (OPS) को फिर से AIADMK में वापस लाया जाए। इसके अलावा दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता की खास दोस्त शशिकला और उनके दत्तक पुत्र टीटीवी दिनाकरन के लिए भी AIADMK में वापसी का दरवाजा कोला जाय, ताकि विधानसभा चुनावों से पहले एनडीए की ताकत बढ़ सके।
पार्टी में अंसतोष झेल रहे EPS
बता दें कि EPS पिछले हफ़्ते वरिष्ठ नेता केए सेंगोट्टैयन के निष्कासन को लेकर पार्टी के अंदर असंतोष का सामना कर रहे हैं। सेंगोट्टैयन ने आगामी चुनाव जीतने को लेकर पार्टी नेतृत्व से उलट जाकर बयान दिए थे और कहा था कि हर हाल में AIADMK को चुनाव जीतना है। EPS ने इसे अपने खिलाफ बयान माना था। इसी बीच भाजपा नेतृत्व ने उन्हें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के हितों के अनुकूल कदम उठाने की सलाह दी है।
तीन की वापसी से EPS को खतरा
सूत्र बता रहे हैं कि भाजपा नेतृत्व की सलाह से EPS इसलिए भी असहज हैं क्योंकि उन्हें OPS, शशिकला और उनके बेटे टीटीवी दिनाकरन की वापसी से खतरा महसूस हो रहा है। 2017 में जे जयललिता के निधन के बाद सत्ता संघर्ष के दौरान दिनाकरन को AIADMK से निष्कासित कर दिया गया था। पिछले हफ्ते ही दिनाकरन ने कहा था कि वह AIADMK में तभी वापसी करेंगे जब EPS को AIADMK-भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में हटा दिया जाएगा।
दूसरी तरफ, भाजपा की तमिलनाडु इकाई के नए प्रमुख, नैनार नागेंद्रन ने कहा था कि वह निष्कासित नेताओं को वापस पार्टी में लाने के लिए ईरीएस के साथ बातचीत करने को तैयार हैं। हालाँकि, पलानीस्वामी ने पार्टी के अंदर और बाहर असंतुष्ट आवाज़ों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए सोमवार को तीनों - यानी ओपीएस, शशिकला और टीटीवी दिनाकरन पर 'विश्वासघात' का आरोप लगाया। बुधवार को उन्होंने गृह मंत्री को भी सधे शब्दों में चेता डाला कि अगर उनकी वापसी की मांग हुई तो गठबंधन के लिए अच्छा संकेत नहीं होगा।





