बाल ठाकरे की निधन की घोषणा को लेकर बवाल, उद्धव गुट ने दी मान हानि केस की धमकी
संक्षेप: Bala shaheb Thackeray: शिवसेना संस्थापक बाल साहेब ठाकरे की मौत को लेकर राम कदम द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद उद्धव गुट भड़क गया है। पार्टी की तरफ से कहा गया है कि वह इन निराधार आरोपों के लिए राम कदम के खिलाफ मान हानि का मुकदमा दायर करेगी।

शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे की मृत्यु और उसकी घोषणा को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आया हुआ है। शिवसेना शिंदे गुट के नेता राम कदम द्वारा उद्धव ठाकरे पर लगाए गए आरोपों के बाद उद्धव गुट ने पलटवार किया है। यूबीटी गुट ने राम कदम द्वारा बाल ठाकरे के पार्थिव शरीर को लेकर लगाए गए आरोपों को पूरी तरह राजनीति से प्रेरित बताया। इतना ही नहीं गुट ने कहा कि बाल ठाकरे के खिलाफ ऐसे झूठे दावों को लेकर उनकी पार्टी राम कदम के खिलाफ मान हानि का मुकदमा करेगी।
इस मामले को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कि वह अपने देवता बाल साहेब ठाकरे के बारे में ऐसे झूठे दावे नहीं सुन सकते। पार्टी राम कदम के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करवाएगी। परब ने कहा, "राम कदम की तरफ से लगाए गए इन आरोपों का मुख्य उद्देश्य उद्धव ठाकरे को लेकर लोगों के मन में जहर घोलना है। उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को यह पता है कि उनकी पार्टी बीएमसी चुनाव नहीं जीत सकते। इसलिए वह ऐसी हरकते कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "राम कदम द्वारा लगाए गए आरोप केवल और केलव महाराष्ट्र के मौजूदा मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए हैं।" परब यहीं नहीं रुके उन्होंने राम कदम के खिलाफ निजी हमला बोलते हुए कहा कि सरकार को इस बात का भी पता लगाना चाहिए कि आखिर कैसे 1993 में उनकी पत्नी जल गई थीं। इसके लिए रामकदम का नार्को टेस्ट करवाना चाहिए।"
परब के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए राम कदम ने कहा कि वह बाल साहेब ठाकरे की मौत को लेकर सीबीआई जांच की मांग करेंगे और उसके लिए सीएम फडणवीस को पत्र भी लिखेंगे। इसी बीच, राम कदम ने स्पष्ट किया कि 1993 में उनकी पत्नी खेड में चूल्हे पर खाना बनाते हुए झुलस गई थीं। इस मामले में उन्होंने अपनी पत्नी को बचाने का प्रयास किया था, जिसमें उन्हें भी चोटें आई थीं। शिवसेना नेता ने कहा कि उनकी पत्नी को लेकर किए गए झूठे और निराधार दावों के खिलाफ वह मान हानि का मुकदमा दायर करेंगे।





