Hindi NewsIndia NewsAfghanistan Foreign Minister Amir Khan Muttaqi says increase flights Kabul and Delhi
भारत-अफगानिस्तान के बीच उड़ानों को बढ़ाने की घोषणा, वाघा बॉर्डर खोलने पर भी चर्चा

भारत-अफगानिस्तान के बीच उड़ानों को बढ़ाने की घोषणा, वाघा बॉर्डर खोलने पर भी चर्चा

संक्षेप: अफगानिस्तान के विदेश मंत्री और तालिबान नेता आमिर खान मुत्तकी ने कहा कि चाबहार बंदरगाह को लेकर चर्चा हुई। उन्होंने कहा, 'भारत-अफगानिस्तान के बीच व्यापार के लिए सबसे तेज और आसान मार्ग वाघा सीमा को खोलने की अपील की है।'

Sun, 12 Oct 2025 03:00 PMNiteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तान
share Share
Follow Us on

भारत और अफगानिस्तान के बीच सीधी फ्लाइट को लेकर अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने बड़ा ऐलान किया। रविवार को उन्होंने बताया कि भारतीय विदेश मंत्री ने काबुल और दिल्ली के बीच उड़ानों की संख्या बढ़ाने की घोषणा की है। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच व्यापार और अर्थव्यवस्था पर भी एक समझौता हुआ। मुत्तकी ने कहा कि अफगानिस्तान ने भारत को खनिज, कृषि और खेल क्षेत्रों में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। आमिर खान मुत्तकी ने कहा कि चाबहार बंदरगाह को लेकर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा, 'भारत-अफगानिस्तान के बीच व्यापार के लिए सबसे तेज और आसान मार्ग वाघा सीमा को खोलने की अपील की है।'

LiveHindustan को अपना पसंदीदा Google न्यूज़ सोर्स बनाएं – यहां क्लिक करें।
ये भी पढ़ें:अफगान विदेश मंत्री की एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस, इस बार महिलाओं को मिली एंट्री

अफगान विदेश मंत्री मुत्तकी ने दो दिन पहले अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों को निमंत्रण न दिए जाने के मुद्दे पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि पीसी एक शॉर्ट नोटिस पर बुलाई गई थी और पत्रकारों की छोटी सी सूची तैयार हुई थी। भागीदारी वाली लिस्ट स्पेसिफिक थी और यह एक तकनीकी मामला रहा। मुत्तकी ने साफ किया कि उनके सहयोगियों ने विशिष्ट पत्रकारों की सूची से निमंत्रण भेजने का फैसला किया था और इसके पीछे कोई अन्य इरादा नहीं था।

महिलाओं की शिक्षा पर क्या बोले

आमिर खान मुत्तकी ने अपने देश में महिलाओं की शिक्षा पर प्रतिबंध के मुद्दे पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान का उलेमा मदरसों और दारुल उलूम देवबंद के साथ गहरा संबंध है। उन्होंने बताया कि फिलहाल अफगानिस्तान में 1 करोड़ छात्र स्कूलों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ रहे हैं, जिनमें 28 लाख महिलाएं और लड़कियां शामिल हैं। धार्मिक मदरसों में ग्रेजुएशन तक शिक्षा की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ क्षेत्रों में निश्चित सीमाएं हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वे शिक्षा के विरोधी हैं। मुत्तकी ने साफ किया कि शिक्षा को धार्मिक रूप से हराम घोषित नहीं किया गया है, बल्कि इसे अगले आदेश तक स्थगित किया गया है।

Niteesh Kumar

लेखक के बारे में

Niteesh Kumar
नीतीश 7 साल से अधिक समय से मीडिया इंडस्ट्री में एक्टिव हैं। जनसत्ता डिजिटल से बतौर कंटेंट प्रोड्यूसर शुरुआत हुई। लाइव हिन्दुस्तान से जुड़ने से पहले टीवी9 भारतवर्ष और दैनिक भास्कर डिजिटल में भी काम कर चुके हैं। खबरें लिखने के साथ ग्राउंड रिपोर्टिंग का शौक है। लाइव हिन्दुस्तान यूट्यूब चैनल के लिए लोकसभा चुनाव 2024 की कवरेज कर चुके हैं। पत्रकारिता का पढ़ाई IIMC, दिल्ली (2016-17 बैच) से हुई। इससे पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी के महाराजा अग्रसेन कॉलेज से ग्रैजुएशन किया। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के रहने वाले हैं। राजनीति, खेल के साथ सिनेमा में भी दिलचस्पी रखते हैं। और पढ़ें
इंडिया न्यूज़ , विधानसभा चुनाव और आज का मौसम से जुड़ी ताजा खबरें हिंदी में | लेटेस्ट Hindi News, बॉलीवुड न्यूज , बिजनेस न्यूज , क्रिकेट न्यूज पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।