समर कैंप है बच्चों के साथ-साथ बड़ों के लिए भी बहुत फायदेमंद
'विमहेंस प्राइमामेड हॉस्पिटल' की कंसल्टेंट क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट एंड हेड एडोल्सेंट एंड यंग मेंट ल हेल्थ की डॉ. उर्वशी आनंद ने बताया कि छुटि्टयों में समर कैंप से बच्चों को ही नहीं, बड़ों को भी...
'विमहेंस प्राइमामेड हॉस्पिटल' की कंसल्टेंट क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट एंड हेड एडोल्सेंट एंड यंग मेंट ल हेल्थ की डॉ. उर्वशी आनंद ने बताया कि छुटि्टयों में समर कैंप से बच्चों को ही नहीं, बड़ों को भी एक्टिविटी का फायदा मिलता है। जीवन में आगे बढ़ने का जुनून आता है। दूसरों की मदद करने का भाव आता है। समर कैंप में जाने वाले बच्चे स्मार्ट फोन, आईपैड जैसे गैजेट से दूर रहते हैं। कैंप में आए अन्य बच्चों से उनकी मित्रता होती है। एक नई सोच आ जाती है, जिससे आत्मविश्वास बढ़ता है। कोई भी समस्या आगे जीवन में आने पर उससे निबट ने की सोच व शक्ति विकसित होती है। बच्चे खेल-कूद आदि में हि स्सा लेते हैं, तो उनके फे फड़ों को ताजी हवा मिलती है। व्यायाम होता है। रोजमर्रा के जीवन में समय का प्रयोग कैसे करना है व ग्रुप में कैसा व्यवहार करना है यह आता है। साथ ही सहनशक्ति आ जाती है। हमेशा पढ़ ते रहने वाले और टे क्नोलॉजी से जुड़े रहने वाले बच्चों को कि सी दूसरी एक्टि विटी के द्वारा थोड़ा ब्रेक मिलना भी जरूरी होता है। समर कैंप में दिमाग क्रि एटि व होता है, जो घर के वातावरण में रहकर नहीं हो सकता। क्रिएटिविटी से एक अलग ही प्रसन्नता मिलती है। कुछ देर अभिभावकों और स्कूल के टीचर की निगरानी में न रहकर बच्चे आत्मनिर्भर बन जाते हैं, जिससे आगे चलकर बच्चे अच्छे नागरिक बनते हैं ।
लो, कू दो मौज मनाओ। हां भई, ठीक ही तो है। छुट्टियां हैं खूब मस्ती क रो। मगर ह मने अलग-अलग क्षेत्रों में माहिर लोगों से बात की, तुम्हारे लिए जाना कि क्या छुट्टी का मतलब दिनभर आलस में डूबकर देर से नहाना है, सिर्फ छुट्टी मनाना है या कु छ और। आज प्रतियोगिता के दौर में जितना भी ज्यादा जान लें, जितना भी ज्यादा सीख लें, कम ही होता है। कि सी भी एक्टिविटी के बहुत से फायदे होते हैं। किस एक्टिविटी से क्या फायदा होता है, हमने अलग-अलग एक्सपर्ट्स से जाना है।
थिएटर के फायदे
सबसे पहले हमने 'अस्मिता ग्रुप' के थिएटर गुरुअरविंद गौड़ से जाना कि क्या थिएटर करने वाले बच्चे सिर्फ मनोरं जन ही करते हैं या उन्हें इससे
कुछ फायदा भी होता है ? उन्होंने बताया कि एक्टिं ग सीखकर इसी में आगे बढ़ कर तुम नाम और पैसा दोनों ही क मा सकते हैं। इससे व्यक्तित्वका विकास
होता है और आत्मविश्वास भी बढ़ता है। थिएटर मतलब सिर्फ एक्टिंग सीखना नहीं है। इससे तुमअपनी बात क ह ना सीखते हो, रचनात्मक ता की ओर बढ़ ते हो। रीजनिंग और ऑब्जर्वेशन पावर भी बढ़ ती है। खुले वातावरण में एक्टिंग सीखते हुए एक ही क्लास में अलग-अलग उम्र के लोग एक साथ होते हैं।
तो नई चीजें एक -
दूसरे से सीखने का मौका मिलता है। इससे टीमवर्क की भावना आती है । थिएटर ग्रुप में कहानियां बनाई, पढ़ाई और सुनाई जाती हैं । इसी बहाने तुम विभिन्न लेखकों को पढ़ते हो। थिएटर वर्क शॉप में नाटक व नुक्कड़ नाटक भी करवाए जाते हैं। थिएटर सीखने के बाद तुम एक्टर बनने के बारे में सोचते हो, तो बेहतर इंसान भी बनते हो। अपने आसपास, समाज और परि वार को व खुद को जानने लगते हो। सबसे पह ले खुद को समझना जरूरी है, तभी कोई
समाज और देश के लिए कुछ कर पाएगा।
थिएटर करने से तुम्हारा संपूर्ण विकास होता है। तुम स्कूल और कॉलेज के कार्यक्रमों में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हो। अभिनय क ी बार ीकि यां सीखकर अच्छा अध्यापक, अच्छा अधिकारी, अच्छा नागरिक आदि बनना है।
पेंटिंग से मिलती है ताजगी
छुटटियों में पेंटिं ग सीखना तो तुम लोगों की पह ली पसंद है। इसलिए पेंटिं ग एक्सपर्ट 'आर्ट बॉक्स आर्ट स्टुडियो' की डायरेक्टर मीता जिंदल से हमने इसके फायदे पूछे, तो उन्होंने बताया कि जरा सोचकर देखें, बिना रंगों के दुनिया कैसी होगी? एक दम फीकी और नीर सहोगी। पेड़ों की हरियाली, फूलों के रंग, बर्फ की सफेदी, चेहरों पर छाई खुशी, जब सब पेंटिंग का रू प ले लेते हैं, तो कितनी ताजगी आती है। यह तो पेंटिंग बनाने वाले हर इंसान को पता होता है। व्यक्तित्व के विकास के लिए बचपन से ही भावों को व्यक्त करना आना जरूरी है , इसके लिए पेंटिंग ही सबसे अच्छा तरीका है। पेंटिंग करने से तुम्हारी एकाग्रता बढ़ती है। कई बार तुम अपनी बात कहते हुए झिझकते हो, ऐसे में अपने दिल की बात कहने का पेंटिंग अच्छा माध्यम है। पेंटिंग करने से मानसिक विकास भी तेजी से होता है। पेंटिंग सीखने के दौरान तुम एक ही जगह मिलकर-बैठकर अपनी-अपनी पसंद के रं गों से पेंटिंग बनाते हो तो इससे
तुम्हारा कौशल बढ़ता है, साथ ही आत्मविश्वास आता है । अगर तुम परेशान व दुखी हो तो पेंटिंग कर के बहुत आराम और सुकून मिलता है।
भाषा सीखो आत्मविश्वास बढ़ाओ
'ब्रिटिश काउंसिल' इंडिया के ओबीई डायरेक्टर ऐलन गैमल का कहना है कि गर्मी की छुटि्टिया अपनी छवि व व्यक्तित्व का विकास करने के साथ-साथ ज्ञान बढ़ाने के लिए भी सुनह रा मौका होती हैं। जैसे कुछ बच्चे किसी खास भाषा को अच्छी तर ह से सीखना-समझना चाहते हैं। जैसे अंग्रेजी भाषा लें, इसे अच्छी तर ह सीखक र-जानकर आत्मविश्वास बढ़ता है। ब्रिटिश काउंसिल समर स्कूल की गेम्स, प्रोजेक्ट , ड्रामा जैसी अलग-अलग तरह की वर्क शॉप में हि स्सा लेक र बच्चों के अंदर की एक्टि विटी की खोज भी हो जाती है। इससे बच्चों में सहयोग कर नेवटीमवर्क की भावना भी आती है।
अपनी रक्षा खुद करना सीखें
'कोरियन कल्चर ल सेंटर', दिल्ली के ताइक्वांडो मास्टर गौर व सिंह का कहना है कि आज के दौर में बढ़ते अपराध का मुकाबला करने में तो ताइक्वांडो सहायक है। साथ ही इससे बहुत बढ़िया व्यायाम भी होता है। यह कला तुम्हें जरूर सीखनी चाहिए, क्योंकि इससे तुम मानसिक और शारीरिक अनुशासन में रहना सीखते हो। ताइक्वांडो की प्रैक्टिस करते रहने से शरीर में लचीलापन आता है और संतुलन बढ़ता है, हड्डियां मजबूत हो जाती हैं, तुम स्वस्थ रहते हो। रोजमरर की जिंदगी में आने वाले तनाव से राहत मिलती है। ताइक्वांडो सीखने से स्कूल में तुम्हारे पढ़ाई में ग्रेड भी सुधर ते हैं, क्योंकि इसमें उद्देश्य पर ध्यान कें द्रित क र ना और उ पलब्धि की ओर बढ़ ना भी सिखाया जाता है। इतने फायदों के साथ ही इसमें चैंपियन बनने के बाद दूसरे देशों में ताइक्वांडो में हिस्सा लेने का मौका भी मिलता है। इसे सीखने वाले का मजबूत इच्छा वाला होना जरूरी है, क्योंकि इसकी नियमित प्रैक्टि्स जरूरी है। एक्टिविटी के सभी एक्सपटर्स ने बहुत फायदे बताएं। बहुत से बच्चे ऐसे भी होंगे, जो घूमने नहीं जासके होंगे। किसी मजबूरी के कारण समर कैंप भी नहीं जा सकें गे। पर उन्हें मायूस नहीं होना चाहिए। घर के बड़ों से, आंटी-अंक ल से कुछ भी नया सीखने की कोशिश करो। कुछ गाओ, कुछ गुनगुनाओ, मगर किसी एक्टिविटी से जरूर जुड़ो। छोटी-छोटी गतिविधियों से जुड़ कर तुम काफी कुछ सीख सकते हो।