WHOA! अब नहीं पिघलेगी आइसक्रीम
आइसक्रीम का नाम सुनते ही बड़े, बूढ़े और बच्चों के मुंह में पानी आ जाता है। आखिर आइसक्रीम है ही ऐसी चीज, जिसे खाने से कोई भी इंकार नहीं करता। और तो और गर्मी हो या ठंड, आइसक्रीम का मजा हर समय हर कोई लेना...
आइसक्रीम का नाम सुनते ही बड़े, बूढ़े और बच्चों के मुंह में पानी आ जाता है। आखिर आइसक्रीम है ही ऐसी चीज, जिसे खाने से कोई भी इंकार नहीं करता। और तो और गर्मी हो या ठंड, आइसक्रीम का मजा हर समय हर कोई लेना चाहता है। पर आइसक्रीम के पिघलने के डर से इसे जल्दी-जल्दी खाना पड़ता है। ऐसे में हम अगर तुम्हें यह कहें कि इसे पिघलने के डर के बिना खा सकते हैं तो! हैरान हो गए न! जापान के वैज्ञानिकों ने आइसक्रीम को पिघलने से रोकने का एक बहुत अच्छा हल निकाल लिया है।
जापान में कनजावा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक ऐसा हल निकाला है, जिसमें आइसक्रीम के मेल्टिंग प्वाइंट को ही बढ़ा दिया गया है, जिसके कारण आइसक्रीम के आकार को कुछ समय के लिए बरकरार रखा जा सकता है। तुम्हें बता दंे कि मेल्टिंग प्वाइंट वह तापमान होता है, जिस पर कोई ठोस पदार्थ द्रव में पिघलने लगता है।
आइसक्रीम बिना पिघले कमरे के तापमान में तीन घंटे तक रखी जा सकती है। शोधकर्ताओं ने आइसक्रीम का मेल्टिंग प्वाइंट टेस्ट करने के लिए पांच मिनट तक इस पर हेयर ड्रायर चलाया और वह अपने आकार में ही रही। वैज्ञानिकों ने ऐसी आइसक्रीम बनाने के लिए स्ट्रॉबेरी से निकलने वाले पॉलीफिनोल द्रव के साथ मिलाकर इसका इस्तेमाल किया है।
कनजावा विश्वविद्यालय की प्रोफेसर तोमोहिसा ओता ने मीडिया को बताया, ‘पॉलीफिनोल द्रव में ऐसे गुण होते हैं, जिससे पानी और तेल को अलग करना मुश्किल हो जाता है।’ उनका कहना है, ‘यह द्रव वाली आइसक्रीम लंबे समय तक अपने मूल आकार में बने रहेगी और जल्दी नहीं पिघलेगी।’ इस आइसक्रीम की एक और अनोखी बात यह है कि फिलहाल यह आइसक्रीम जापान के लोगों को तीन फ्लेवर में मिलेगी। इनमें चॉकलेट, वनीला और स्ट्रॉबेरी फ्लेवर शामिल हैं।