आखिर कैसे शुरू हुआ फ्रिज्बी का खेल
आज का दिन आविष्कार कभी भी और किसी भी तरह हो सकता है। अमेरिका में रहते थे वाल्टर फ्रेडरिक मौरिसन। उनकी शादी होने वाली थी। 1938 में एक दिन उन्होंने अपनी होने वाली पत्नी लूसी को मिलने के लिए लास...
आज का दिन
आविष्कार कभी भी और किसी भी तरह हो सकता है। अमेरिका में रहते थे वाल्टर फ्रेडरिक मौरिसन। उनकी शादी होने वाली थी।
1938 में एक दिन उन्होंने अपनी होने वाली पत्नी लूसी को मिलने के लिए लास एंजिलस के समुद्री तट पर बुलाया। वह उनके लिए केक बनाकर लाईं।
केक खाने के बाद वे केक के पैन को एक दूसरे पर उछालकर खेलने लगे। उन्हें बड़ा मजा आया। हवा में लहराते पैन को देखने के लिए भीड़ लग गई। एक व्यक्ति तो उस पैन को खरीदने के लिए पांच गुना ज्यादा कीमत देने को तैयार हो गया।
यहीं मौरिसन के दिमाग में इस बिजनेस का खयाल आया। अब मौरिसन ने ‘फ्लाइंग डिस्क’ बनाकर बेचने का काम शुरू कर दिया। सेना में रहते हुए उन्होंने इसका नया डिजाइन बनाया और जब 1948 में उन्होंने इसे ‘फ्लाइंग सॉसर’ नाम से बाजार में उतारा, तो तहलका मच गया।
बाद में आज ही के दिन यानी 23 जनवरी 1957 को उन्होंने अपना यह प्रोडक्ट ‘ह्वैम ओ’ कंपनी को बेच दिया। इसी कंपनी ने इसे नया नाम दिया ‘फ्रिज्बी’।
आज इसे अपने साथ लिए बिना, कोई भी किसी आउटिंग या पिकनिक पर शायद ही जाता हो।