पाकिस्तान, तुर्की, सऊदी और कतर... इजरायल के खिलाफ इस्लामी दुनिया, क्या करेंगे नेतन्याहू?
कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि इजरायल ने मानवता के खिलाफ अपराधों में सारी हदें पार कर दी हैं। उन्होंने कहा कि इजरायल ने कतर की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन किया है, जबकि कतर ने मध्यस्थ के रूप में क्षेत्र में शांति के लिए गंभीर प्रयास किए हैं।
मुस्लिम देशों के नेताओं ने इजरायल को संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करने का दोषी ठहराते हुए उसके हमलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने पर बल दिया है। कतर की राजधानी दोहा में आयोजित अरब-इस्लामी शिखर सम्मेलन में प्रमुख मुस्लिम देशों ने यह बात कही। सम्मेलन के मेजबान कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि इजरायल ने मानवता के खिलाफ अपराधों में सारी हदें पार कर दी है।
उन्होंने आगे कहा कि इजरायल ने कतर की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन किया है, जबकि कतर ने मध्यस्थ के रूप में क्षेत्र में शांति के लिए गंभीर प्रयास किए हैं। इजरायल ने वार्ता में बाधा डालकर हमास नेतृत्व को निशाना बनाया और क्षेत्र के देशों की संप्रभुता का उल्लंघन किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि मध्य पूर्व में शांति के लिए फिलिस्तीनी मुद्दे का समाधान आवश्यक है।
वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि वे संयुक्त राष्ट्र में इजरायल की सदस्यता को निलंबित करने की मांग करते हैं और दो-राष्ट्र समाधान की दिशा में काम करना चाहिए। अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल ग़ेत ने अपने संबोधन में कहा कि इजरायली आतंकवाद ने स्थिति को और खराब कर दिया है और फिलिस्तीनियों के नरसंहार के खिलाफ आवाज उठाना हमारी जिम्मेदारी है।
इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने कहा कि इजरायली अत्याचारों, भुखमरी और नष्ट हुए बुनियादी ढांचे ने गाजा में जीवन को असहनीय बना दिया है। इजरायली कार्रवाइयां हमारी सामूहिक सुरक्षा के लिए खतरा हैं। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने कहा कि इजरायल जानबूझकर क्षेत्र में शांति भंग करने की कोशिश कर रहा है।
फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने अरब-इस्लामी शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि एक फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना ही शांति का एकमात्र रास्ता है। तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन ने कतर के साथ पूर्ण एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा कि इजरायल के बढ़ते हमलों ने क्षेत्र की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है।
बता दें कि 2025 अरब-इस्लामी शिखर सम्मेलन, अरब लीग और इस्लामिक सहयोग संगठन के सदस्य देशों के साथ आयोजित किया गया। यह आपातकालीन बैठक कतर में हमास नेतृत्व पर इजरायली हवाई हमले के बाद बुलाई गई।
इससे पहले 11 नवंबर 2023 को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में अरब लीग और इस्लामिक सहयोग संगठन के बीच अरब-इस्लामी असाधारण शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ था, जिसकी अध्यक्षता क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान ने की थी।

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